चीनी सैनिकों की घुसपैठ मुद्दे से निपट रहे हैं: एंटनी
तंजावुर | चीनी सैनिकों द्वारा भारतीयों को फिंगर-8 क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त करने से रोके जाने के बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सोमवार को कहा कि सेना लद्दाख में घुसपैठ की ताजा घटनाओं से पैदा स्थिति से निपट रही है। वहां उन लोगों ने भारतीय भूक्षेत्र में एक सड़क बना ली है।
एंटनी ने कहा कि सेना वहां की ताजा स्थिति के बारे में अवगत है। जब भी स्थानीय क्षेत्रों में इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, वे इससे निपट रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर सकता है। रक्षा मंत्री से लद्दाख में हालिया चीनी घुसपैठ के बारे में सवाल किया गया था जहां उसके सैनिकों ने भारतीय भूक्षेत्र में पांच किलोमीटर अंदर एक सड़क बना ली है।
एंटनी ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर सकता है। भारत अब पहले वाला भारत नहीं है। लद्दाख की एक हालिया घटना सामने आयी है जिसमें चीनी सैनिकों ने अपने भारतीय समकक्षों को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त लगाने से रोक दिया था। यह कथित घटना 17 मई को फिंगर-8 क्षेत्र में हुई जिसे सिरी जप भी कहा जाता है। इसके दो दिन बाद ही चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग नई दिल्ली पहुंचे थे। उस दौरान यह घोषणा की गई थी कि 19 किलोमीटर तक चीनी घुसपैठ से पैदा हुआ गतिरोध समाप्त हो गया है।
सशस्त्र बलों की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर एंटनी ने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं। राष्ट्र आश्वस्त हो सकता है कि हमारे सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कई देश हमारे साथ रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने में अपनी दिलचस्पी प्रदर्शित कर रहे हैं। हर कोई हमारे रक्षा बलों के साथ ज्यादा सहयोग चाहता है। यह हमारी क्षमताओं में हो रही वद्धि को दर्शाता है। मंत्री ने कहा कि वह जल्दी ही चीन जाएंगे और इस बारे में पिछले साल तत्कालीन चीनी रक्षा मंत्री के भारत दौरे के समय फैसला हुआ था। उन्होंने कहा कि वह जून के पहले हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और थाइलैंड के दौरे पर जाएंगे।