जनमानस
मोदी, डॉ. मनमोहन से अधिक लोकप्रिय
भारत में आज तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं उनमें चरणसिंह, चंद्रशेखर गुजराल, देवेगौड़ा को सब तरह से मामूली (साधारण) प्रधानमंत्री कहा जा सकता है। देश के वर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इन सबसे भी निम्न स्तर के प्रधानमंत्री साबित हुए हैं। मनमोहन में ऐसी कोई भी बात नहीं है कि वे किसी का मनमोह सकें। उनके सिर्फ दो प्लसपाइंट हैं-ईमानदारी व उच्च पदों पर रहे, पर ये दो बातें ही 130 करोड़ के देश का नेता बनने की योग्यता नहीं है। एक के बाद एक अरबों के घोटाले उनकी छत्रछाया में ही हो रहे है। देश की भू-संपदा जंगल, जमीन, हवा व खनिज की लूट मची है। इस लूट के पैसे से देश में, समाज के ऊपरी स्तर पर व शहरों में चमक-दमक दिखाई दे रही है, जबकि लाखों किसान आत्महत्या कर चुके हैं व सरकार 67 फीसदी लोगों को सस्ता अनाज देने जा रही है। मनमोहन न सिर्फ काफी उम्रदराज हैं साथ ही उनका व्यक्तित्व भी अतिसाधारण है। आज तक उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ा है व राज्यसभा के जरिए पिछले दरवाजे से आकर प्रधानमंत्री बनते हैं। उन्हें हिन्दी में भाषण देने नहीं आता और वे अटलजी की तरह जननेता भी नहीं। जिन्हें देखने-सुनने लोग दूर-दूर से आएं। मनमोहन की इन्हीं कमियों के कारण मोदीजी करोड़ों लोगों के लिए प्रधानमंत्री पद के योग्यतम उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। मोदीजी में जनता को सभी वांछित गुण नजर आ रहे हैं।
राजवीरसिंह, इंदौर