जयवर्धने भी लेंगे टी20 से संन्यास
कोलम्बो | अपने लम्बे समय के साथी कुमार संगकारा की राह पर चलते हुए श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व माहेला जयवर्धने ने भी अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। जयवर्धने ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में जारी ट्वेंटी-20 विश्व कप इस फॉर्मेट में उनका अंतिम आयोजन होगा।
जयवर्धने ने रिटायरमेंट की घोषणा के बाद कहा कि मेरे संन्यास का वक्त आ गया था। उन्होंने कहा कि मैं अपने आप को अगले टी20 वर्ल्ड कप की टीम में नहीं देख रहा था इसलिए टीम में स्थान घेरे रखने का कोई मतलब नहीं था। इससे युवाओं को टीम में आकर अपनी जगह बनाने में मदद मिलेगी।
विश्व क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में शुमार जयवर्धने ने श्रीलंका के लिए 49 अंतर्राष्ट्रीय ट्वेंटी-20 मैच खेले हैं। उन्होंने 31.78 के औसत से कुल 1335 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 134 का रहा है।
36 वर्षीय जयवर्धने ने ट्वेंटी-20 मैचों में एक शतक भी लगाया है। उन्होंने 2010 के ट्वेंटी-20 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 100 रनो की पारी खेली थी। उनके नाम आठ अर्धशतक भी दर्ज हैं।
जयवर्धने दुनिया के उन छह चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शतक लगाए हैं। जयवर्धने 2012 ट्वेंटी-20 विश्व कप के दौरान श्रीलंकाई टीम के कप्तान थे। इसके बाद उन्होंने ट्वेंटी-20 टीम की कमान एंजेलो मैथ्यूज को सौंप दी थी। जयवर्धने ने कहा कि मैंने प्रत्येक फार्मेट का पूरा मजा लिया है और टेस्ट क्रिकेट निश्चित रूप से किसी भी खिलाड़ी के लिए शिखर होता है। मेरी टी20 की यात्रा शानदार रही है। उन्होंने कहा कि कई मायनों में इससे मुझे अपनी जड़ों तक पहुंचने में मदद मिली। इसमें मैंने ऐसे बल्लेबाजी की जैसे मैं अपने स्कूल के दिनों में किया करता था। इसमें मैंने पूरी ताकत से शॉट्स जमाए और अपने आप को पूरी आजादी के साथ अभिव्यक्त किया।