चीन की शर्त पर भारत का कड़ा रुख
नई दिल्ली। चीन ने कूटनीतिक टकराव को फिर हवा देते हुए भारत को सालाना यूथ एक्सचेंज डेलिगेशन में अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को शामिल न करने को कहा है। चीन की इस शर्त पर नाराज युवा मामलों के मंत्री जितेंद्र सिंह ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को एक कड़ा पत्र लिखकर कहा है कि चीन अगर इस शर्त को नहीं हटाता तो इस पूरे कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया जाए।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक जितेंद्र सिंह ने इस पत्र में लिखा है, 'मेरा मानना है कि अरुणाचल प्रदेश और दूसरे क्षेत्रों पर भारतीय सार्वभौमिकता को चुनौती देने वाले चीन के इन प्रयासों को अभी दबा दिया जाना चाहिए ताकि यह आगे चलकर किसी बड़े दावे में न बदलें। इसलिए अरुणाचल के युवाओं को इस डेलिगेशन का हिस्सा होना चाहिए, नहीं तो इस पूरे एक्सचेंज को खत्म करना चाहिए।' सिंह रक्षा राज्य मंत्री भी हैं। रक्षा राज्य मंत्री के पत्र के अनुसार चीन के दूतावास की ओर से उनके मंत्रालय को संदेश आया था कि डेलिगेशन में अरुणाचल के युवाओं को शामिल न किया जाए। इसके बाद इस मामले पर विदेश मंत्रालय से सलाह मांगी गई थी। हालांकि, विदेश मंत्रालय की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस पत्र के बाद सिंह और युवा मामलों के सचिव को डेलिगेशन के प्रमुख के तौर पर चीन जाने के लिए दी गई मंजूरी वापस ले ली गई। इसके लिए देश में चुनावी माहौल का हवाला दिया गया। हालांकि, सिंह का कहना है कि वह पहले भी चीन नहीं जाने वाले थे।