पर्याप्त सीटें न आईं, तो कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी
नई दिल्ली | ओपिनियन पोल के मुताबिक 16वीं लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन करने की ओर अग्रसर है। सूत्रों के मुताबिक अगर कांग्रेस को पर्याप्त सीटें न मिलीं तो राहुल गांधी विपक्ष में बैठना ज्यादा पसंद करेंगे। वे संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की कोशिश करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया, ‘राहुल कई पार्टियों की मदद से सरकार बनाने के पक्ष में नहीं हैं। इसतरह के गठबंधन कभी सफल नहीं रहे। उस स्थिति में हमेशा अस्थिरता रहती है।’ एक अन्य कांग्रेस नेता ने बताया कि राहुल पिछले कई मौकों पर कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दे चुके हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद वे संगठन में ‘ढांचागत बदलाव’ करेंगे। उन्होंने कहा कि खासतौर से उन राज्यों में जहां कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के आगे अपना जमीनी आधार खो चुकी है, संगठन का पुनर्निर्माण किया जाएगा। हालांकि पार्टी के कई नेताओं ने ढांचागत बदलावों के तहत प्रमुख जिम्मेदारियां युवा नेताओं को सौंपने का विरोध किया है।
एक अन्य नेता ने कहा, आम चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी होने में अब बस दो चरण शेष हैं। पार्टी के रणनीतिकारों ने चुनाव बाद के विकल्पों पर माथापच्ची शुरू कर दी है। अब सब कुछ सीटों की संख्या पर निर्भर करेगा।
जहां तक सीटों का सवाल है तो पार्टी में सबकी अलग-अलग राय है। एक धड़ा मानता है कि कांग्रेस के लिए 2014 का चुनाव बहुत मुश्किल है। पार्टी दोहरे अंक को भी पार नहीं कर पाएगी। दूसरा धड़ा मानता है कि कांग्रेस को 140 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर पार्टी यही कह रही है कि वह पूर्ण बहुमत के साथ फिर सत्ता में आएगी।