जनमानस
बेहद निर्लज्ज होते हैं ऐसे लोग
यह कहते हुए बड़ा अफसोस हो रहा है कि हमारे भारत देश में गाहे-बगाहे देशद्रोहियों की संख्या बहुत ज्यादा है। जो यहां खाते पीते हैं। जीवन के सारे ऐशोआराम प्राप्त करते हैं फिर भी भारत के प्रति वफादारी नहीं रखते। भोले भाले भारत में सेलीब्रिटी बनकर और राजनेता बनकर, कमाल खान, शाहरुखन जैसे लोगों की घटिया सोच से तो लगता है कि ये देशद्रोही हैं। क्योंकि श्री नरेन्द्र मोदी जैसा महाजननायक इन सबसे निचले स्तर के लोगों की आंखों में इतना बुरा लगता है कि श्री मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने पर पाकिस्तान चले जाएंगे अर्थात देश छोड़ जाएंगे? इसका मतलब है कि ये देश के लोकतंत्र में कतई आस्था नहीं रखते और साथ में जिस महान व्यक्ति को या पार्टी को बहुमत मिला है पांच वर्ष शासन करने के लिए तुम उसे स्वीकार नहीं कर रहे? अर्थात तुम भारत देश के नागरिक बनने लायक नहीं हो। दूसरे लालू यादव हैं जो बेशर्मों की तरह बोलते हैं कि श्री मोदी प्रधानमंत्री बन जाएंगे तो मैं अपना नाम बदल लूंगा और अब इन्हें अपना नाम बदल लेना चाहिए, परन्तु ये ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि भारी बेशर्म आदमी है ये। बेलगाम जुबान से कभी भी मुंह खोलकर कुछ भी बक दिया ऐसे लोग वास्तविकता में देश के लिए कलंक हैं। आजम खान, बेनी प्रसाद, सलमान खुर्शीद और मोदी के टुकड़े-टुकड़े करने वाला कांग्रेस प्रत्याशी मसूद आदि कुछ और भी हैं लगता है ये लोग लातों के भूत हैं बातों से इन्हें फर्क नहीं पड़ता क्योंकि ये बड़े ही निर्लज्ज लोग हैं। बिडम्बना तो यह है कि इन घटिया लोगों को इनके ही जैसी घटिया सत्ताधारियों से, मीडिया से सहयोग और संरक्षण मिलता रहा है। जो मोदी जी की सरकार से इन्हें नहीं मिलने वाला बल्कि इन्हें इनकी असली जगह मिलने वाली है। इसलिए ये मोदी विरोधी हैं और देशद्रोही हैं।
उदयभान रजक, ग्वालियर