जनमानस
शांति का पाठ समझ में नहीं आता पाक को
जब हम किसी घातक रोग का उपचार टोटकों या ऊपरी उपचार से करते है तो वह रोग प्राणलेवा बन जाता है। यही स्थिति किसी समस्या की रहती है। इस बारे में आयुर्वेद के उपचार में रोग नहीं हो, इस पर जोर दिया गया है। समस्या पैदा नहीं हो, इसको ध्यान में रखना आवश्यक है। भारत सनातन राष्ट्र है, इसकी सांस्कृतिक धरोहर है, महापुरूषों की लंबी मलिका है, देश की एकता-अखंडता को स्थिर रखने की दृष्टि से हमारे यहां विविधता में एकता का सूत्र है। कई प्रकार की उपासना पद्धति विकसित हुई। सनातन धर्म, आर्य समाज की निराकार ईश्वर की उपासना पद्धति, जैन, सिख, बौद्ध आदि संप्रदाय भी विकसित हुए। यहां तक कि इस्लाम का सूफीपंथ भी इसी सांस्कृतिक भावभूमि की देन है, लेकिन जो विदेशी राजनैतिक विचार भूमि में पैदा हुए उनका सरोकार अध्यात्म से कम राजनीति से अधिक रहा। अपने विचार को दूसरों पर बलात् थोपने के लिए हमले किए गए। इसी संदर्भ में कश्मीर समस्या का आंकलन हो सकता है। कृत्रिम देश पाकिस्तान की राजनीति का केंद्र बिंदु भारत विरोध और कश्मीर है।
संदीप पुराणिक ग्वालियर