जयारोग्य के बुरे हाल, इस्तीफों के बाद अब तबादले की चोट
ग्वालियर। पिछले कुछ समय में एक के बाद एक चिकित्सकों द्वारा अपने पदों से इस्तीफा देने के कारण जहां लगातार जयारोग्य अस्पताल में वरिष्ठ और योग्य चिकित्सकों की कमी होती जा रही है। वहीं देश में अपने नाम की छाप बनाने वाले कुछ चिकित्सक आयु सीमा पूर्ण होने पर अपनी सेवाओं से निवृत्त हो चुके हैं। इसी बीच गत रोज वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.एसएन अयंगर का तबादला जबलपुर किए जाने से चिकित्सा सेवाओं पर निश्चित ही असर पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि विगत 6 माह में आधा दर्जन चिकित्सकों द्वारा महाविद्यालय अधिष्ठाता को अपना इस्तीफा सौंप दिया गया था। जिसमें गुर्दा रोग, न्यूरोलॉजी, मनोरोग विभाग सहित अन्य विभागों के चिकित्सक शामिल हैं। इस्तीफों की झड़ी के चलते स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई थी। हालांकि इन सभी चिकित्सकों द्वारा अपने त्यागपत्र के पीछे पारिवारिक कारण होना बताया गया। उधर बताया जा रहा है कि अभी कई और चिकित्सक भी इस्तीफे दे सकते हैं। सूत्र बताते हैं है कि ये सभी अपनी परेशानियां अधिष्ठाता को बता चुके हैं। इसी बीच गत दिवस न्यूरोसर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.एस.एन.अयंगर के तबादले ने अस्पताल में परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है। इसे लेकर भी कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। क्योंकि अस्पताल में पूर्व में ही आधा सैंकड़ा की संख्या में चिकित्सकों की कमी है और अस्पताल को चिकित्सक मिलने की बजह बिना किसी को भेजे स्थानान्तरण करना आंचलिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ खिलवाड़ के सिवाय और कुछ नहीं कहा जा सकता
इस्तीफा देने वाले चिकित्सक
डॉ.ए.के.जैन, नाक,कान एवं गला विभाग
डॉ. बी.आर.श्रीवास्तव,सर्जरी विभाग
डॉ.मुकेश चंगुलानी, मनोरोग विभाग
डॉ.दिनेश उदैनिया, न्यूरोलॉजी विभाग
डॉ.मनीष गुप्ता, गुर्दा रोग विभाग
डॉ. मनोज गुलाटी, मेडीसिन विभाग
''अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त स्थानों को भरने के लिए साक्षात्कार चल रहे हैं। साथ ही वरिष्ठ चिकित्सकों के पदोन्नति की प्रक्रिया भी चल रही हैं। डॉ.एस.एन.अयंगर के रिक्त पद को भरने की प्रक्रिया चल रही है।
डॉ.जी.एस.पटेल
''अधिष्ठाता, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय इस्तीफा देने का क्रम यूं ही चलता रहा तो स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान स्वाभाविक है। चिकित्सकों की कमी से होने वाली समस्या से शासन को अवगत कराया जाएगा।
डॉ.ज्योति बिन्दल
अधीक्षक, जयारोग्य अस्पताल