जनमानस
संकट की घड़ी में प्रकृति का सबक
उत्तराखंड की तरह जम्मू-कश्मीर की बाढ़ आपदा ने प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान को न सिर्फ झटका दिया है बल्कि ऐसी विकट स्थिति में पानी के सफल नियोजन तंत्र की आवश्यकता को बलवती बनाया है। जम्मू-कश्मीर को विवाद का विषय बनाने वाले अलगाववादी और पाकिस्तान को भी प्रकृति का यह कठोर सबक है कि कैसी भी जटिल स्थिति में वादी पर भारत का ही प्रभुत्व एकमेव सत्य है। सेना के तीनों अंग और प्रधानमंत्री मोदी ने जिस द्रुतगति से इस आपदा से निपटने का कौशल दिखाया वह कौशल देखने को देश कब से तरस रहा था। यही नहीें पाक अधिकृत कश्मीर में सहायता की बात रखकर पाकिस्तान को सकते में डाल दिया और गंदे इरादे रखने वाला पापी पाकिस्तान इसमें भी साजिश देखकर उलट बयानबाजी को प्राप्त हुआ। जम्मू-कश्मीर की इस बाढ़ आपदा के समय प्रधानमंत्री ने साहस और उदार हृदय की मिसाल कायम की है।
हरिओम जोशी, भिण्ड