भारत से बहुरूपियों को भगाना होगा: पांडेय

शिवपुरी । विश्व हिन्दू परिषद के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित हिन्दू सम्मेलन में आए वक्ताओं ने हिन्दू समाज को जागृत करते हुए एकजुट होने का संदेश दिया। इस अवसर पर बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक राजेश पाण्डेय ने कहा कि हिन्दू हमेशा सद्भावना और विश्व के कल्याण का नारा गुंजायमान करता हैं, लेकिन यह नारा अधूरा है। भारत में रह रहे कुछ विशेष समुदाय के लोग जिनमें इस्लाम व क्रिश्चियन समाज के अनुयायी हमारे भारतीय नौजवानों को अपने कुचक्र में फंसाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बहरूपियों को भारत से भगाना होगा।
गांधी पार्क मैदान में आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में आए बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक राजेश पाण्डेय ने कहा कि अगर हिन्दू समाज स्वाभिमान से रहना चाहता है तो उसे साधु-संतों द्वारा इन दिनों चार बच्चे पैदा करने की बात पर गौर करना होगा, क्योंकि प्राचीन समय में दो ही तरह की संस्कृतियां चलती थीं, जिनमें आसुरी शक्ति एवं देवी परम्पराएं शामिल थीं। आसुरी शक्ति असुरों को बढ़ावा देती थी जबकि देवी परम्पराएं देश में धर्म एवं संस्कृति की रक्षा को बढ़ावा देती थीं। जिसमें धर्म, साधु-संतों, गुरु-शिष्य एवं भारतमाता की रक्षा प्रमुख हैं, इसलिए हिन्दू का धर्मान्तरण करने वाले समाजों का पतन हो।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में आए बाली महाराज ने सम्मेलन में हिन्दुओं की विराट संख्या न आने पर नाराजगी जताई। सम्मेलन में विहिप के प्रांत मंत्री डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज हिन्दू समाज जात-पात एवं छुआछूत से ग्रसित होने के कारण इतना पिछड़ गया है कि भारत में रह रही मुस्लिम समाज की आबादी 24 प्रतिशत तक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि भारत को एक षड्यंत्र तरीके से इस्लामिक देश बनाने की कोशिश की जा रही है इसलिए हिन्दू समाज अपनी संख्या में वृद्धि करे। सम्मेलन में बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा विशाल पुरोहित ने कहा कि इस स्वर्ण जयंती वर्र्ष में हमें यह देखना है कि जो संकल्प विहिप के गठन के दौरान लिए गए थे वे पूरे हुए कि नहीं, यह विचार करने की बात है। स्वर्ण जयंती वर्ष में उत्सव मनाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि देश में कुछ मिशनरियां काम कर रहीं हैैं जो हिन्दू समाज को विघटित करने में लगी हैं।
दुर्गा वाहिनी प्रांत संयोजिका अर्चना सिकरवार ने कहा कि विहिप का गठन मुम्बई में किया गया था। आज हमें सशक्त स्वाभिमानी हिन्दू की स्थापना करना है, जिस देश में महिलाओं की पूजा की जाती है वहां दो प्रांतों उ.प्र. एवं बिहार में लव जिहाद के नाम पर हिन्दू लड़कियों का धर्मान्तरण किया जा रहा है। उन्होंने गौमाता की हत्या रोकने की भी पुरजोर वकालत की। सम्मेलन से पूर्व बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक श्री पाण्डेय ने गौमाता का पूजन तथा भगवान श्रीराम, भारतमाता एवं सुभाषचन्द्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मंचासीन अतिथियों का स्वागत विभाग मंत्री राजेश पाराशर, जिला संयोजक रामसिंह यादव, जिला मंत्री संजय शर्मा, विनोदपुरी, शशांक चौहान, मनोज जैन, विनोद राठौर, राहुल शिवहरे, आकाश थापक, उपेन्द्र यादव, सह संयोजक नरेश ओझा, विभाग धर्माचार्य शिवशंकर शर्मा, जिला संपर्क प्रमुख इंजी गजेन्द्र सिंह किरार(पूर्व कार्यपालन यंत्री) कोषाध्यक्ष पवन कृष्ण उपमन्यु, संत्सग प्रमुख केदार समाधिया, विद्यार्थी प्रमुख आकाश शर्मा, मातृशक्ति सह संयोजिका ममता राठौड़, डॉ. रश्मि गुप्ता, रजी राठौड़ आदि ने किया।
'भारत मां की गोद में ही मिलती है दो गज जमीन
मुस्लिमों द्वारा रमजान का महीना पाक समझा जाता है जिसके अंतर्गत प्रत्येक मुस्लिम द्वारा भगवान की इबादत की जाती है बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक राजेन्द्र पाण्डेय ने रमजान का अर्थ समझाते हुए कहा कि रमजान का सीधा अर्थ है राम को जानने का होता है जिसकी इबादत मुस्लिमों द्वारा की जाती है वह राम ही तो हैं। वहीं ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस मनाते हैं जो कृष्णोत्सव है। अंत में उन्होंने कहा कि दो गज जमीन भी भारत माता की गोद में ही मिलती है। 

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