मुख्य आरोपी हथियार सहित गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

एक वर्ष पूर्व हुई ट्रक चालक की हत्या का पर्दाफाश

मुरैना। सिविल लाइन थाना पुलिस ने गत वर्ष हुये एक ट्रक चालक के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझा लिया है। हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर उससे घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है। पुलिस पकड़े गये आरोपी से पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर घटना में शामिल अन्य दो आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
गत वर्ष 2014 में फरियादी विशम्भर शर्मा निवासी सिकरौदा ने सिविल लाइन थाने में अभिषेक शर्मा की हत्या के संबध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह, सीएसपी शिवकुमार सिंह व सिविल लाइन थाना प्रभारी योगेन्द्र सिंह जादौन ने इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस संदेह होने पर हरिओम शर्मा पुत्र रघुवीर प्रसाद शर्मा निवासी सिकरौदा को गिरफ्तार कर लिया औ उससे पूछताछ शुरू कर दी। जब आरोपी से पुलिस ने अपने अंदाज में पूछताछ की, तो आरोपी को जुबान खोलते देर नहीं लगी, और आरोपी के जुबान खोलते ही सारा मामला सामने आ गया। आरोपी ने पुलिस केा बताया कि मृतक अभिषेक गांव उसके घर फोन लगाकर उसकी बच्ची को परेशान करता था। जिसके बाद हरिओम का अभिषेक के साथ मुंहबाद भी हुआ था। इसी विवाद के चलते हरिओम ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर अभिषेक की गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस आरोपी हरिओम को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर अन्य दोनों आरोपियों देवू उर्फ देवेन्द्र व मुकेश की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 315 बोर का कट्टा व राउण्ड बरामद कर लिये हैं, जो आरोपी ने घटना के बाद अपने खेत पर कुंआ के पास छुपा दिया था।

क्या था विवाद?
हरिओम ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि मृतक अभिषेक अन्य लड़कियों से फोन पर बता करता था। अभिषेक ने हरिओम के घर पर भी फोन लगाकर उसकी बच्ची को परेशान किया था। जिस पर हरिओम ने अभिषेक को फोन ना लगाने के लिये समझाया भी जिसको लेकर हरिओम का अभिषेक के साथ मुंहबाद भी हो गया था। लाख समझाने के बाद जब अभिषेक नहीं माना, तो हरिओम परिवार की बदनामी से बचने के लिये अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर उसकी हत्या का प्लान बनाया।


कैसे रची हत्या की साजिश
मृतक अभिषेक का हरिओम शर्मा से मुंहबाद होने तथा लाख समझाने के बाद भी अभिषेक के ना मानने के बाद हरिओम ने उसकी हत्या का जाल बुना। अभिषेक ट्रक चलाने का काम करता था। हरिओम ने अपने मित्र देवू उर्फ देवेन्द्र से अभिषेक को फोन करवाकर अभिषेक के गांव आने का समय पूछा। इसके बाद हरिओम ने अपने मौसी के लड़के मुकेश पुत्र सोवरन निवासी पिड़ावली को अपने गांव बुला लिया। यहां से हरिओम व मुकेश मय हथियार के गांव के चौराहे पर खेतों में छिप गये और अभिषेक के आने का इंतजार करने लगे। करीब रात 2 बजे जब अभिषेक अपना ट्रक लेकर गांव के चौराहे पर आया। यहां पर अभिषेक के साथ उसका हैल्पर ट्रक से उतरकर गांव की ओर चला गया। इसके बाद अभिषेक को अकेला पाकर दोनों आरोपियों ने एकराय होकर अभिषेक पर 315 बोर के कट्टे से फायर कर उसकी हत्या कर दी और उसके बाद दोनेां आरोपी अपने-अपने घर के लिये चले गये। हरिओम ने घटना में प्रयुक्त अपना कट्टा खेत में कुंऐ के पास ही छुपा दिया, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।

पुलिस गरीबों में बांटेगी लक्ष्मी पूजन के लिए 'दीप और तेल'
पुलिस ने इस दीपावली एक अनोखी पहल शुरू की है। जिन गरीब घरों में आर्थिक तंगी के चलते दीपावली मनाने के लिये 'दीप और तेल' की भी व्यवस्था नहीं हो पाती उन घरों में पुलिस जवानों द्वारा 'दीप और तेल' का वितरण किया जायेगा। पुलिस द्वारा गरीबों के लिये दीप और तेल के साथ-साथ खील और पूजा के लिये लक्ष्मी माता का कैलेण्डर भी दिया जायेगा। साथ ही गरीबों को लक्ष्मी पूजन में किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिये मिठाई का डिब्बा भी दिया जायेगा। यह अपनी तरह की एक अनोखी पहले है, जिसमें पुलिस गरीब आमजन के सहयोगी के रूप में उनकी मदद के लिये इस तरह का प्रयास कर रही है। पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना द्वारा शहर के गणमान्य नागरिकों, धन संपन्न व्यक्तियों व बुद्धी जीवियों से भी इस तरह के प्रयास में शामिल होने की अपील की है। जिससे गरीब भी अपने घर में दीप जलाकर दीपावली मना सकें। पुलिस अधीक्षक श्री खन्ना ने बताया कि इस दीपावली में 2500 गरीब घरों को रोशन करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें प्रत्येक थाना प्रभारी को अपने क्षेत्र के 101 घरों में लक्ष्मी पूजन के लिये सामग्री भेंट कर गरीबों के घर रोशन करेंगे।

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