पैसे मांगने पर महिला कर्मचारी निलंबित

ग्वालियर। आए दिन प्रसूताओं के परिजनों से पैसे मांगने के कई मामले सामने आते हैं। शहर के लगभग सभी सरकारी चिकित्सालयों में बच्चे के जन्म के बाद उसके परिजनों से पैसों की मांग की जाती है।
यह सिलसिला कमलाराजा चिकित्सालय, लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह, बिरला नगर प्रसूति गृह,मुरार प्रसूति गृह सभी जगह चल रहा है। सरकारी चिकित्सालयों में अधिकतर वहीं मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। फिर भी शहर के अधिकांश अस्पतालों में मरीजों के परिजनों से जबरदस्ती पैसे वसूले जाते हैं। यदि पैसे ना दिए जाएं तो आए कर्मचारियों द्वारा मरीजों के साथ अभद्रता की जाती है।
जानकारी के अुनसार मुरार स्थित प्रसूति गृह में एक प्रसूता के परिजनों ने वार्डवाय मंगलाबाई पर आरोप लगाते हुए बताया कि उससे पांच सौ रूपए इनाम के रूप में मांगे गए थे। मामला शुक्रवार की सुबह का है जब ग्राम पिपर सेवा की निवासी 22 वर्षीय प्रसूता सुमन पत्नी जितेन्द्र रजक अपने परिजनों के साथ अस्पताल के लिए निकली तो ऑटो में ही उसका प्रसव हो गया। इधर अस्पताल पहुंचने पर मंगलाबाई एवं एक अन्य स्वीपर द्वारा प्रसूता को अस्पताल के लेबर रूम में ले जाया गया। यहां मंगलाबाई द्वारा इनाम के रूप में उससे पांच सौ रूपए की मांग की गई। जिसकी शिकायत प्रसूता की नन्द बबीता एवं मीरा देवी द्वारा सिविल सर्जन डॉ. डी.डी शर्मा से की गई।
वहीं जब यह मामला मीडिया के सामने आया तो मंगलाबाई को सीएमएचओ डॉ. अनूप कम्ठान द्वारा एक निलंबन पत्र जारी कर स्वास्थ्य केन्द्र वीरपुर में अटैच कर दिया गया। उधर इस मामले में महिला कर्मचारी मंगलाबाई का कहना है, प्रसूता जैसे ही अस्पताल में आई थीं तो हमने उसे तुरन्त भर्ती कर लिया था। साथ ही महिला का यह पहला बच्चा था। तो महिला की स्थिति ठीक न होने के करण उसे करीब तीस मिनट तक लेबर रूम में रखा गया। फिर बाद में उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।

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