दो आंगनबाड़ी सुपरवाइजर निलम्बित

मानपुर सीएफटी पर कार्यों की समीक्षा


श्योपुर। सीएफटी केन्द्र मानपुर पर पंचायत वार कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएफटी बैठक से अनुपस्थित रहने पर जिलाधीश पीएल सोलंकी ने दो आंगनबाड़ी सुपरवाइजर श्रीमती साधना राठौर मानपुर सेक्टर एवं श्रीमती मीना मथुरिया सेक्टर ढोढर को निलंबित करने के निर्देश दिए गए। श्री सोलंकी ने निर्देश दिए हैं कि मानपुर में वर्ष 2007-2008 में स्वीकृत कन्याशाला भवन तथा एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण की राशि निकाले जाने पर एसडीएम कोर्ट में प्रकरण दर्ज कर संबंधितों के विरुद्ध वसूली की कार्रवाई की जाए। उन्होंने विधवा भूरीबाई का नाम बीपीएल में जोड़कर विधवा पेंशन का लाभ दिए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर मानपुर की मुस्लिम बस्ती में सीसी रोड का कार्य कराने के निर्देश भी पंचायत सचिव को दिए, साथ ही मानपुर में एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा ग्राम क्यारपुरा में हैण्डपंप मरम्मत के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल समय पर खुलें तथा समय पर शिक्षक आए मध्याह्न भोजन एवं पोषण आहार समय पर मिले उन्होने कहा कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों की बाउंड्रीवाल करके बच्चों को खेलने के लिए जगह सुरक्षित की जाए ताकि उन पर अतिक्रमण न हो।
उन्होंने कहा कि खेल मैदान के लिए सचिव एवं पटवारी मिलकर भूमि को आरक्षित करें। इस दौरान समीक्षा में बताया गया कि खिरखिरी पंचायत क्षेत्र में यूको बैंक से अनुबंध न होने के कारण मुख्यमंत्री आवास मिशन के प्रकरण स्वीकृत नही हो पा रहें है। जिलाधीश ने इस संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों केा दिए।
इस दौरान उन्होंने पंचायत वार मनरेगा अंतर्गत चल रहे कार्यों एवं कार्यों में संलग्न मजदूरों की संख्या, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत स्वीकृत प्रकरणों, विकलांग पेंशन, बीपीएल में नाम जोडऩे, कन्या अभिभावक पेंशन की समीक्षा की गई। सीएफटी केन्द्र मानपुर पर ग्राम काशीपुर निवासी राम कुआर गुर्जर द्वारा जिलाधीश को अवगत कराया कि हम भाइयों में जमीन का बंटवारा हो गया है लेकिन दस्तावेजों में बंटवारा नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में कई बार राजस्व अधिकारियों केा अवगत भी कराया गया है किन्तु पटवारी द्वारा दस्तावेजों में बंटवारा नहीं किया जा रहा है इस पर जिलाधीश ने एसडीएम को निर्देश दिए कि कल तक रामकुमार का बंटवारा दर्ज होकर अलग से भू-अधिकार पुस्तिका बनाकर दी जाए। उन्होंने रामकुमार को बताया कि वह कल शाम तक नई किताब के साथ श्योपुर आकर मुझसे मिले और बनाई गई किताब दिखाएं।

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