चार करोड़ की लागत से बनेगा फिजीकल कॉलेज
कॉलेज के पुराने वैभव को लौटाना है: यशोधरा
शिवपुरी। वाणिज्य, उद्योग एवं रोजगार, सार्वजनिक उपक्रम, खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने आज फिजीकल कॉलेज का निरीक्षण इस संदर्भ में किया, क्योंकि राज्य सरकार ने यशोधरा राजे के प्रयास से फिजीकल कॉलेज के नवनिर्माण हेतु चार करोड़ रूपये की राशि मंजूर की है। कॉलेज भूमि पर अतिक्रमण को देखकर यशोधरा राजे सिंधिया काफी नाराज हुईं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि फिजीकल कॉलेज के पुराने वैभव को लौटाना उनका प्रमुख दायित्व है। उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति देखकर कॉलेज के छात्रों ने यशोधरा राजे जिंदाबाद के नारे भी जोरशोर से लगाए।
प्रदेश में शिवपुरी का फिजीकल कॉलेज एक मात्र कॉलेज है। इस कारण यशोधरा राजे सिंधिया ने फिजीकल कॉलेज के नवनिर्माण हेतु चार करोड़ की राशि राज्य शासन से स्वीकृत कराई। कॉलेज निर्माण के पूर्व वह चाहती थीं कि इसकी बाउण्ड्रीवाल बन जाए ताकि यहां की भूमि अतिक्रमण से मुक्त हो जाए और कॉलेज निर्माण में किसी तरह की दिक्कत न आए। इसी मकसद से आज वह कलेक्टर राजीवचंद दुबे के साथ फिजीकल कॉलेज का निरीक्षण करने के लिए पहुंचीं थीं। कॉलेज की छत से उन्होंने जब यहां की भूमि पर दृष्टिपात किया तो उन्होंने देखा कि कॉलेज की लगभग चार से पांच बीघा जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है और कई जगह तो पक्के मकानों का निर्माण हो चुका है। इस पर यशोधरा राजे सिंधिया ने नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर श्री दुबे से कहा कि अतिक्रमणकारियों पर हैवी पैनल्टी अधिरोपित की जाए और संभव हो तो अतिक्रमण सख्ती से हटाए जाएं। इस अवसर पर कॉलेज के छात्रों ने यशोधरा राजे से स्पष्ट रूप से कहा कि यहां की जमीन चारों तरफ से खुली है इस कारण रात होते ही यहां शराबियों का अड्डा जम जाता है और कॉलेज गेट पर अंडों के ठेलों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन भी संजीदा नहीं रहा है और कॉलेज प्रशासन बेबस होकर रह जाता है। इस पर दृढ़ता से यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि यह फिजीकल कॉलेज प्रदेश का एक मात्र फिजीकल कॉलेज है इस कारण इसके पुराने गौरव को वह लौटाना चाहती हैं और इसके लिए जो भी करना पड़े वह करने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। उनकी दृढ़ता देखकर छात्रों ने खुलकर उनके पक्ष में जिंदाबाद के नारे लगाए। इस पर यशोधरा राजे सिंधिया ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं कहने में नहीं, बल्कि करने में विश्वास करती हूं। चंूकि यहां की बाउण्ड्रीवाल बननी है इसीलिए मैं यहां आईं हूं अन्यथा आपको तब पता चलता जब कॉलेज बन जाता। इसके बाद यशोधरा राजे ने कॉलेज प्रशासन से तुरंत बाउण्ड्रीवाल के टेण्डर निकालने के लिए निर्देशित किया।
जिलाधीश ने कहा, अतिक्रमण का नियमितीकरण संभव नहीं
फिजीकल कॉलेज भूमि पर बड़ी संख्या में अतिक्रमण को देखकर यशोधरा राजे सिंधिया इतनी व्यथित हुईं कि उन्होंने एसडीएम नीतू माथुर से कहा कि वह अतिक्रमणकारियों पर तगड़ा जुर्माना लगाएं। इसके बाद उन्होंने कलेक्टर से कहा कि अतिक्रमण हटें और संभव न हों तो अतिक्रामकों पर हैवी पैनल्टी लगाई जाए ताकि उन्हें अतिक्रमण करने की सजा मिल सके। इस पर कलेक्टर राजीव दुबे ने उनसे असहमति व्यक्त करते हुए कहा कि अतिक्रमण का नियमितीकरण या वैधानिककरण संभव नहीं है। ऐसा नियम में नहीं है। जब यशोधरा राजे ने उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान के निर्णय का हवाला दिया तो कलेक्टर ने कहा कि अतिक्रमण का नियमितीकरण केवल कमजोर पक्षों के संदर्भ में ही संभव है। उन्होंने कहा कि यदि अतिक्रमण को वैधानिक प्रदान की जाए तो फिर हर कोई अतिक्रमण करना शुरू कर देगा। कानूनी रूप से सिर्फ अतिक्रमण को हटाया जा सकता है।