चीन की धमकी, बिना पूछे सागर में न खोजे तेल
नई दिल्ली। भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन से गहरी दोस्ती का दावा कर रहे हों। लेकिन, हकीकत कुछ और ही है। चीन ने एक बार फिर भारत को चेतावनी दी है। चीन ने हिदायत देते हुए कहा कि भारत बिना हमारी मंजूरी के दक्षिणी चीन सागर में तेल और गैस ब्लॉक की खोजबीन न करें। चीन की यह चेतावनी वियतनाम से भारत की आर्थिक और डिफेंस क्षेत्र इन्गेजमेंट के बाद आई है। चीन के विदेश मंत्रालय की मानें तो ऑयल या गैस एक्प्लोरेशन से जुडा कोई भी काम शुरू करने से पहले चीन से इजाजत ली जानी चाहिए।
विवादित क्षेत्र में फाइनल सेटलमेंट होने से पहले चीन यहां ज्वाइंट डेवलपमेंट की नीति को बढावा देगा। सीमा विवाद पर टिप्पणी करते हुए चीन के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों को इस बात का क्रेडिट देना चाहिए कि उन्होंने आपसी विवाद का असर रिश्तों पर नहीं पडने दिया। गौरतलब है कि चीन दक्षिणी चीन सागर के 80 फीसदी इलाके पर दावा करता रहा है। इस क्षेत्र में भारी मात्रा में प्राकृतिक खनिज पदार्थ मौजूद हैं।
चीन ने इस तरह की चेतावनी ऎसे वक्त में दी है, जब हाल ही में पीएम मोदी दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग का वादा लेकर चीन से वापस लौटे हैं। उधर, चीन और अमेरिका के बीच दक्षिणी चीन सागर को लेकर विवाद गहराते जा रहा है। चीन इस इलाके में न केवल एक कृत्रिम द्वीप बना रहा है, बल्कि कथित तौर पर जंगी हथियार भी तैनात कर रहा है।