जयारोग्य में अव्यवस्थाओं का बोलबालागंभीर मरीज को स्टे्रचर भी उपलब्ध नहीं
ग्वालियर। अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य में व्याप्त समस्याओं से मरीजों को आए दिन काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थिति यह है कि न तो यहां पीने के लिए स्वच्छ पानी है, न ही मरीजों के लिए पर्याप्त पंलग और बिस्तर। कई बार तो गंभीर मरीज को लाने-लेजाने के लिए स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं होते।
ऐसा ही एक मामला शुक्रवार की रात देखने को मिला। जबकि बिड़ला नगर निवासी मरदान सिंह राजावत नामक एक वृद्ध को करंट लगने पर उसके 108 एंबूलेंस से उसे यहां उपचार के लिए लेकर पहुंचे। ओ.पी.डी. में उपस्थित डॉक्टरों ने उन्हें मरीज को न्यूरोलॉजी विभाग में ले जाने के लिए कहा। परिजन उन्हें स्ट्रेचर पर रख कर ले जाने लगे तो वहां उपस्थित कर्मचारियों ने उन्हें रोकते हुए कहा कि यहां का स्ट्रेचर नहीं ले जा सकते हमारे पास एक ही स्ट्रेचर है। इसकी जानकारी जब जूडा अध्यक्ष गिरीश चतुर्वेदी को लगी तो उन्होंने स्ट्रेचर की व्यवस्था कराई।
लेकिन उनकी परेशानी यहीं पर खत्म नहीं हुई दूसरी जब मरीज को न्यूरोलोजी में भर्ती कराया गया तो वहां पर परिजनों ने उपस्थित डॉक्टर से बेड शीट व तकिया मांगा तो उनसे कहा गया कि यह मेरा काम नहीं है आप नर्स से मांगे तब परिजनों ने वहां मौजूद नर्स से कहा इस पर नर्स ने कहा कि हम बेड शीट सुबह 8 बजे देंगे। इसके बाद अधीक्षक डॉ. जे.एस सिकरवार के आदेश के बाद उन्हें बेडशीट उपलब्ध हो सकी।