यातायात पुलिस ने की चालानी कार्रवाई
अशोकनगर | शुक्रवार को यातायात पुलिस ने वाहन चैकिंग कर चालानी कार्यवाही की इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की कार्यवाही देखकर अपने वाहन मोड़कर भागने की कोशिश भी की। जिन्हें यातायात पुलिस कर्मियों ने पकड़कर चालान बनाए घण्टों तक चली इस कार्यवाही को आरआई रंजीत सिंह कि अगुवाई में अंजाम दिया गया। कार्यवाही रेलवे फाटक पर गुरुद्वारा चौराहे पर की गई। कार्यवाही की चपेट में सबसे अधिक नाबालिग वाहन चालक एवं दो पहिया वाहन पर तीन सवारी वाले आए। दोपहर में पुलिस की इस कार्यवाही का मुख्य उद््देश्य लोगो में लोगो में यातायात नियमों के प्रति जागरुकता लाना है। लेकिन जिस तरह से बड़ी संख्या में यातायात पुलिस ने चालान बनाए उससे जाहिर है कि लोग कार्यवाही के बाद भी नियम पालन में रुचि नहीं देते हैं। ज्यातातर वाहन चालकों को जैसे ही यातायात पुलिस ने रोक तो उन्होंने तुरन्त ही फोन लगाना शुरु कर दिया ताकि चालानी कार्यवाही से बचा जा सके हालाकि उनमें से कोई भी बिना चालान न बनवाये बिना नहीं जा सका।
नाबालिग वाहन चालक सवसे अधिक : यातायात पुलिस की कार्यवाही के दौरान यह तथ्य सामने आया कि शहर में बड़ी संख्या में नाबालिग बच्चे फर्राटे से वाहन दौड़ा रहे हैं। पुलिस ने जब एक बच्चे को कार्यवाही के लिए पकड़ा तो उसने स्वयं को बालिकग साबित करने के लिए आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज पेश किए इसी तरह नाबालिग लड़की ने भी काफी मिन्नतें की बाद में उसके परिजनों को नाबालिग को वाहन न चलाने की हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
बड़े बैठे बच्चा चला रहा ट्रैक्टर : शहर के नाबालिग बच्चे तो बड़ी संख्या में वाहन चलाते ही हैं ग्रामीण क्षेत्रो में भी नाबालिग वाहन चलाते हैं। शुक्रवार को यातायात पुलिस की कार्यवाही के दौरान ग्राम सेहराई के एक नाबालिग बच्चे को पुलिस ने ट्रैक्टर चलाते हुए पकड़ा जबकि इस ट्रैक्टर में चार-पांच लोग वयस्क बैठे हुए थे। इनका कहना था कि ये लड़का ही सबसे अच्छा ट्रैक्टर चलाता है उसे रास्ता मालूम नहीं था इसलिए रेलवे फाटक पर गलती से पहुंच गया। हैरानी की बात यह रही कि 1500 रुपये का चालान भरने के बाद भी जब दौबारा से ट्रैक्टर वहां से रवाना हुआ तो ड्राईविंग सीट पर वही नाबालिग बच्चा बैठा जिसके कारण चालान बनाया गया था।