फिर भटका मानसून, बढ़ी चिंता

एक सप्ताह की हुई देरी, प्री-मानसून की हो सकती है बरसात


गुना। क्षेत्र के दरवाजे पर दस्तक दे रहा मानसून एक बार फिर भटक गया है। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन पूर्व जो कम दबाव का क्षेत्र बन रहा था, वह टूट गया है और फिलहाल मानसूनी बारिश के आसार नहीं है। हालांकि एक, दो दिन में बारिश की संभावना मौसम विभाग जता रहा है, किन्तु वह बारिश मानसून की न होकर प्री-मानसून की होगी। इस हिसाब से देखा जाए तो मानसून में अब तक एक सप्ताह की देरी हो चुकी है। मानसून की लंबी खेंच के चलते लोगों में चिंता बढऩे लग गई है। खासकर किसानों अधिक चिंतित नजर आ रहा है। यह चिंता इसलिए भी और अधिक है, कारण गुना के आसमान पर बादल छाते तो है, किन्तु बरसने से परहेज कर रहे है।
समय पर आने की थी संभावना
मौसम विभाग इस साल समय पर मानसूनी बारिश की संभावना जता रहा था लेकिन क्षेत्र में बारिश आते-आते मानूसन भटक गया। पिछले दिनों से तो आसमान में बादल भी छा रहे थे, जो बरसने का साफ तौर पर संकेत दे रहे थे, इस दौरान मामूली ही सहीं किन्तु बूदांबांदी हो जाती थी, किन्तु आज तो मौसम पूरी तरह साफ बना रहा। धूप तीखी रही, जिससे गर्मी और उमस के कारण लोग परेशान रहे। मौसम साफ होने से तापमान में भी वृद्धि हुई है। अगर जल्द बारिश नहीं हुई तो गर्मी और अधिक बढ़ेगी।

एक, दो दिन में बरस सकता है पानी
जिले में इस बार समय पर मानसून की संभावना को देखते हुए किसानों ने खरीफ फसल बोवनी की तैयारी कर ली थी,उम्मीद की जा रही थी कि मानसून इस बार १७ जून तक आ जाएगा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों तरफसे मानसून आने की संभवना को देखते हुए अच्छी बारिश की उम्मीद थी। लेकिन जिले मेंं आते आते मानूसन भटक गया। फिलहाल मौसम विभाग क ा कहना है कि एक बार फिर कम दवाव बन रहा
बढऩे लगा है मौसम में तापमान
कुछ दिन पहले जिले मेें प्री मानसून की बारिश हुई थी। जिससे तपमान में ३७ डिग्री तक की गिरावट आ गई थी। लेकिन बारिश के खेंच के चलते तापमान एक बार फिर बढऩे लगा है। आज का तापमान ४०.५ डिग्री रिकार्ड किया गया। इसी तरह रात के तापमान में बढऩे लगा है। रविवार को सुबह छह बजे से ही धूप तेज थी। इसके बाद दिन भर धूप और गर्म हवा चलती रही। जिससे लोग बेहाल रहे। अगर बारिश की खेंच होती है तो लोगों को आगामी दिनों में गर्मी और उसम से परेशान रहना पड़ेगा।
क्षेत्र के दरवाजे पर दस्तक दे रहा मानसून एक बार फिर भटक गया है। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन पूर्व
किसानों को एक तरफ मानसून की चिंता सता रही है तो दूसरी ओर उनकी पसंद का बीज नहीं मिल पा रहा है। बमौरी क्षेत्र के किसानों ने बताया कि क्षेत्र में सोयाबीन का ३३५ बीज बोया जाता है जबकि समितियों पर सोयाबीन का उक्त बीज उपलब्ध ही नहींं है। किसानों ने बताया कि बौनी का समय नजदीक है कभी भी बारिश हो सकती है इसके चलते प्रायवेट दुकानदारों से साड़े पांच हजार रुपए क्विटल तक का बीज खरीदना पड़ रहा है।इसी तरह मधुसूदनगढ़ क्षेत्र के किसानों ने बताया कि समितियों की गोदामों पर ताले लटके रहने के कारण बाजार से खाद बीज खरीदना पड़ रहा है।

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