जगन्नाथ के भात को भक्तों ने पसारे हाथ
ग्वालियर। ग्वालियर के ग्राम कुलैथ में आयोजित दो दिवसीय मेले के पहले दिन शनिवार को सुबह भगवान जगन्नाथ जी के मंदिर के पुजारी किशोरीलाल श्रीवास्तव की देखरेख में विधि विधान से पूजन किया गया। इसके बाद भगवान के मंदिर में रखे भात प्रसाद के मटकों में से सबसे ऊपर वाला मटका फूट गया और भात का भोग भगवान जगन्नाथ जी को लगाया। आरती के बाद पारंपरिक तरीके से भगवान जगन्नाथ जी को बहन सुभद्रा और दाऊ बलभद्र जी के साथ आमंत्रण दिया गया। पुरी में रथ यात्रा को विराम देने के बाद करीब चार बजे कुलैथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ जी की गाजे-बाजे के साथ रथ यात्रा निकाली गई।
कुलैथ गांव स्थित भगवान जगन्नाथ जी के मंदिर के पुजारी किशोरीलाल की देखरेख में सुबह पीपल प्रगटे हनुमानजी का पूजन एवं हवन यज्ञ विधि विधान से किया गया। इसके बाद मंदिर में रखे भात के 11 मटकों के समक्ष जाकर लोगों ने भगवान जगन्नाथ जी के जयकारे लगाए, तभी सबसे ऊपर का मटका स्वत:ही चार भागों में फूट गया, जिसके भात को मंदिर में रखे एक बड़े भगोने में रखा गया। तत्पश्चात मंदिर प्रांगण से भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा प्रारंभ हुई। भगवान जगन्नाथ जी के रथ को रस्सी के सहारे भक्तजन भक्ति-भाव से खींच रहे थे। रथ यात्रा पूरे गांव का भ्रमण कर मंदिर पहुंची। इस अवसर पर भगवान जगन्नाथ जी के दरवार में दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही थी। इसके बाद भगवान जगन्नाथ जी का प्रसाद भक्तजनों को वितरित किया गया। तत्पश्खत मंदिर परिसर में देवी दुर्गा का जागरण शुरू हुआ। इस दौरान भजन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई।