जनमानस
राष्ट्रीय एकता को पलीता लगाने का प्रयास
जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को आर्थिक और बौद्धिक महाशक्ति बनाने का सपना लेकर उसे साकार करने हेतु प्रयासरत है तथा भारत की प्रतिष्ठा को योग के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय ऊंचाइयों तक पहुंचाने में संलग्न है, ऐसे समय में खेद है कि कांग्रेस जैसे कुछ दल और नेता एवं साम्प्रदायिक सोच वाले संगठन राष्ट्रीय एकता में उसे हिन्दूवादी एजेंडा बताकर पलीता लगाने का प्रयास कर रहे हैं, जो निंदनीय है, जबकि योग विशुद्ध शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्तियों को जाग्रत करने का व्यायाम है। देश में पहली बार प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्राच्य विद्या को अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता दिलाई, जिसमें 47 मुस्लिम देश भी शरीक हुए, जब उन्होंने इसे साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से नहीं देखा तो भारत के कुछ मुस्लिम इसमें क्यों खामियां ढूंढ रहे हैं?
कपूरचन्द जैन