जनसंपर्क व निर्वाचन शाखा में अटैच शिक्षक भी हुए कार्यमुक्त
जिलाधीश ने जारी किए आदेश, ट्रायवल में अब तक कोई कार्यवाही नहीं
श्योपुर। कलेक्ट्रेट के जनसंपर्क विभाग व निर्वाचन शाखा में अटैच शिक्षकों को भी शुक्रवार को जिलाधीश के आदेश पर रिलीव करते हुए मूल शाखा में भेज दिया है। अर्से बाद खत्म हुए अटैचमेंट की कार्यवाही से कलेक्ट्रेट के अधिकांश विभागों से शिक्षक अपने शिक्षण संस्थानों की ओर रवाना हो गए हैं, लेकिन आदिमजाति कल्याण विभाग के शिक्षक अब भी शासकीय कार्यालयों में छुपे बैठे हैं।
बताना मुनासिब होगा कि गत बुधवार को कलेक्ट्रेट के विभिन्न कार्यालयों में अटैचमेंट कराकर बाबूगीरी कर रहे शिक्षकों को उनकी मूल शाखा में भेजने के आदेश जिलाधीश द्वारा दिए गए थे जिस पर सभी विभाग प्रमुखों ने अपने यहां अटैच शिक्षकों को क्षेत्र की शिक्षण संस्था के लिए रिलीव कर दिया था लेकिन जनसंपर्क कार्यालय व निर्वाचन शाखा में शेष रहे अटैच शिक्षक इस कार्यवाही से बचे हुए थे।
स्वदेश समाचार पत्र में इस मामले को विगत 30 जुलाई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया, जिस पर कलेक्टर डीएस भदौरिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को जनसंपर्क विभाग में अटैच शिक्षक परीक्षित भारती एवं निर्वाचन शाखा में लगे शिक्षक लालसिंह परमार, राजेन्द्र शर्मा व जनपद पंचायत श्योपुर में पदस्थ सीमारानी गौड़ को उनके मूल विभाग शिक्षा विभाग के लिए कार्यमुक्त कर दिया है।
कराहल में थोकबंद अटैचमेंट
एक ओर जहां कलेक्ट्रेट में अटैच शिक्षकों को कलेक्टर के आदेश के बाद रिलीव कर दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर कराहल क्षेत्र, जो कि ट्रायवल बेल्ट है। यहां अभी तक काफी संख्या में शिक्षक अटैच है तथा मलाईदार पदों पर बाबूगिरी कर रहे हैं। जिनके खिलाफ भी कार्यवाही की सख्त दरकार है।
इनका कहना है
हमने अटैच चारों शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय के लिए रिलीव कर दिया है।
अजय कटारिया
जिला शिक्षाधिकारी, श्योपुर