दयनीय हालत में पहुंचा सलापुरा-गिरधरपुर मार्ग
श्योपुर। सलापुरा से गिरधरपुर तक चंबल नहर किनारे बनी सड़क पांच महीने में ही उखड़ गई है। लेकिन विभाग द्वारा इसका मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है। जिससे 12 गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के महाप्रबधंक को आवेदन देकर बताया कि सलापुरा से गिरधरपुर तक करीब 27 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य जुलाई 2014 में किया गया था। लेकिन निर्माण एजेंसी द्वारा सड़क का निर्माण कार्य घटिया कराया गया। नतीजतन यह सड़क बनने के बाद पांच महीने में ही उखडऩे लगी है। कई जगह सड़क की हालत खस्ता हो गई है। जिससे ने सिर्फ लोगों को आवागमन मेंं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि सड़क पर गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाओं का लोग शिकार हो रहे हैं। खासकर दुपहिया वाहन चालकों की जरा सी चूक होत ही दुर्घटनाऐं हो रही है।
कलारना से लेकरे गिरधरपुर तक सड़क की गिट्टियां उखड़ गई है। कई जगह दो-दो फीट चौड़े गड्डे हो चुके हैं। सड़क का डामर भी गायब हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क से प्रतिदिन 12 गांवों के तीन सैकड़ा से अधिक छोटे बड़े वाहन गुजरते हैं।
इन गांवों को हो रही परेशानी
चंबल नहर किनारे बनी सड़क उखडऩे से ग्राम रामबाड़ी, चकबमूल्या, कलारना, गिरधरपुर, ढीमचोतरा, तिल्लीडेरा, हीरापुर, फलदा, गोठरा, ढोढर, बगदिया, मानपुर आदि गांवों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इसके बावजूद भी विभागीय अधिकारी इस और कोई ध्यान नही दे रहे हैं।