छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने बुलाई विधायक दल की बैठक
शिमला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के आवासों व अन्य परिसरों पर कल की गई छापेमारी से उठे सियासी तुफान के बाद राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। प्रदेश कांगे्रस विधायक दल की एक बैठक आज सुबह 11 बजे हो रही है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सरकारी निवास स्थान ओक ओवर में होने वाली इस बैठक में इन छापों से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की जायेगी।
उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि सभी मंत्री व विधायक मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं और इस बैठक में मुख्यमंत्री के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
उनका कहना है कि राजनीतिक प्रतिशोद्व की भावना से वीरभद्र सिंह को निशाना बनाया जा रहा है और मोदी सरकार हिमाचल में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का कुप्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बावजूद वीरभद्र सिंह का पद से इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
दूसरी तरफ विपक्षी दल भाजपा इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से इस्तीफे का दबाव बनाने के लिए अपनी रणनीति बनाने में जुट गई है। विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार भंग कर नए विधानसभा चुनाव करवाए जाएं।
बता दें कि सी.बी.आई ने कल मुख्यमंत्री के 13 आवासों व परिसरों पर छापेमारी की। छापेमारी की ये कार्रवाही सुबह 8 बजे के करीब शुरू हुई और देर रात तक चलती रही । शिमला व सोलन जिलों के अलावा नई दिल्ली स्थित उनके परिसरों की तलाशी ली गई। सी.बी.आई की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस बीच कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, सम्पति संबंधी कागजात, निवेश कागज, हार्ड डिस्क और पैन ड्राईवज कब्जे में लिए गए हैं इन सबकी अब आगे छानबीन जारी है।
मुख्यमंत्री पर आय से अधिक करीब 6 करोड़ रूपये से अधिक की सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप है। वीरभद्र सिंह के खिलाफ ये सारी जांच उनके तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहते आय से अधिक स्रोत्रों और कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर की जा रही है।