'उठें समाज के लिए, जगें स्वराष्ट्र के लिए'
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन, जीवाजी विवि ने मनाया रासेयो का 46वां स्थापना दिवस
ग्वालियर। 'उठें समाज के लिए उठें, जगें स्वराष्ट्र के लिए जगें' राष्ट्रीय सेवा योजना लक्ष्य गीत की इन पंक्तियों के साथ जीवाजी विवि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना का 46वां स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया।
कार्यक्रम की शुरूआत पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के साथ हुई, जिसमें 25 छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की एवं समाज को संदेश देने वाले विभिन्न थीम अंतर्गत पोस्टर बनाए। सांस्कृतिक गतिविधियों की शुरूआत डॉ. डी.एस. चंदेल, पूर्व कुलसचिव जीवाजी विवि के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. आर.एस. शर्मा पूर्व राज्य सम्पर्क अधिकारी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. डी.आर. पवैया, डॉ. सुभाष शर्मा, डॉ. ए.के. गुप्ता, डॉ. मनोज अवस्थी, दीपेश तिवारी, धर्मेन्द्र शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम अंतर्गत कमलाराजा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा शानदार लांगुरिया एवं मंजीरा नृत्य, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि की छात्राओं द्वारा भरत नाट्यम, कत्थक, शास. व्ही.आर.जी. कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने लघु नाटक के माध्यम से मद्यपान से होने वाली हानियों के बारे में बताया गया। वहीं एमिटी विवि के छात्र-छात्राओं ने समूह, एकल नृत्य, बंगाली गायन में प्रस्तुतियां दीं। शास. एम.एल.बी. कन्या उमावि की छात्राओं द्वारा मनोहारी प्रस्तुति दी। सरस्वती शिशु मंदिर की बहनों द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना गीतों, कॉलेज ऑफ लाइफ साइंस की छात्राओं द्वारा राजस्थानी नृत्य,व्ही.आई.पी.एस. महाविद्यालय के कृष्णा शर्मा द्वारा कान्हा कहां मिलैगो पर शानदार नृत्य प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम पूर्व राज्य सम्पर्क अधिकारी डॉ. आर.एस. शर्मा ने राष्ट्रीय सेवा योजना में अपने अनुभवों को बताया। तत्पश्चात् डॉ. सी.व्ही. मोघे ने बताया कि जो आज विवेकानंद नीडम है, उसके विकास में राष्ट्रीय सेवा योजना स्वंयसेवकों की महती भूमिका रही है। डॉ. दीपक शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन माधव महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दिनेश सिंह कुशवाह ने किया। स्वागत गीत सान्या शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अमिता लछवानी, डॉ. संजय पाण्डेय, डॉ. सत्येन्द्र शास्त्री, डॉ. सुबोध दुबे, डॉ. अपर्णा शर्मा, डॉ. पूनम वाष्र्णिक, स्मृति शर्मा, डॉ. रचना क_ल, डॉ. संजय गोमास्ता आदि उपस्थित थे।