धार्मिक स्थल से अतिक्रमण हटाने पर हंगामा

हिमस और बजरंगदल ने किया विरोध, पुलिस से झूमाझटकी,समाधिया कॉलोनी में पास-पास बने हैं दो समुदायोंं के धर्म स्थल

ग्वालियर। समाधिया कॉलोनी में धार्मिक स्थल से अतिक्रमण हटाने के दौरान क्षेत्रीय लोग इक_ हो गए और उन्होंने तुड़ाई का विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। हंगामा बढ़ता देख वरिष्ठ अधिकारियों ने पुलिस बल को बुला लिया, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मंदिर के चबूतरे को तोडऩे का विरोध करते हुए नारेबाजी कर दी, वहीं मुस्लिम समाज के लोगों ने वहां बनी मजार का अतिक्रमण हटाने पर उपद्रव शुरू कर दिया जिससे तनाव की स्थिति बन गई। कुछ लोगों ने पुलिस के साथ झूमाझटकी भी की जिसमे बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों ने दोंनों पक्षों को समझाकर हंगामा शांत कराया और अतिक्रमण को हटा दिया।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को नगर निगम द्वारा समाधिया कॉलोनी स्थित वी ब्लॉक के पार्क में मंदिर के चबूतरे को जब निगम का अमला तोडऩे पहुंचा तो क्षेत्रीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया और हंगामा करने लगे। वहीं पार्क में दूसरी ओर बनी मजार की जाली हटाई तो वहां मुस्लिम समुदाय और सिंधी समाज के कुछ लोग हंगामा करने लगे। जिस पर पुलिस को क्षेत्रीय लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। क्षेत्राधिकारी राकेश कुशवाह ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर जिलाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था जिसके निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। पार्क में बने मंदिर का चबूतरा, मजार की टीनशेड आदि हटाए गए। कार्रवाई के दौरान एसडीएम महिप तेजस्वी, नगर निगम अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, नगर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा आदि उपस्थित थे।
मंदिरों पर तोडफ़ोड़ बर्दाश्त नहीं
हिन्दूमहासभा ने समाधिया कॉलोनी परिसर में मंदिर पर तोडफ़ोड का विरोध किया है। कार्रवाई स्थल पर जिलाध्यक्ष हरीदास अग्रवाल, देवेन्द्र पाल, वीरू उमरैया, संतोष प्रजापति, बद्रीप्रसाद गुप्ता ने जिलाप्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज, प्रदेश उपाध्यक्ष रामबाबू सैन, पार्षद बाबूलाल चौरसिया आदि ने मंदिर पर इस कार्रवाई की निंदा की।
पहले अवैध मजारें हटाए प्रशासन
समाधिया कॉलोनी स्थित पार्क में बने मंदिर को तोडऩे मंगलवार की सुबह मदाखलत दस्ता पहुंचा तो सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यहां पहुंचकर इसका विरोध शुरू कर दिया साथ ही चेतावनी दी कि निगम प्रशासन पहले न्यायालय और शासन के आदेशों का पालन करते हुए शहर में बनी अवैध मजार और मीनार को हटाए। इसके बाद ही मंदिरों के विस्थापन पर चर्चा करे।
बजरंग दल के प्रदेश प्रभारी पप्पू वर्मा ने बताया कि कार्यकर्ताओं से मंदिर तोड़े जाने की सूचना मिलते ही वह समाधिया कॉलोनी में पहुंचे। यहां स्थानीय लोगों द्वारा मंदिर तोड़े जाने का विरोध किया जा रहा था। बजरंग दल ने भी इसका पुरजोर विरोध जताते हुए कहा कि निगम प्रशासन पहले टोपी बाजार, महाराज बाड़ा स्थित पीर बादशाह की दरगाह और मस्कट हॉस्पीटल के सामने बनी मजारों को हटाए जिनको हटाए जाने का आदेश न्यायालय ने दिया है। इसके अलावा प्रशासन पहले कम्पू स्थित अवैध मीनार को तोड़े जिसे शासन ने अवैध घोषित किया है। इसके बाद ही मंदिरों के विस्थापन पर चर्चा की जा सकेगी।

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