धनवर्षा के लिए बाघ का शिकार, काट लिया पेट और पैर!
भोपाल। मध्य प्रदेश के मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क के बफर जोन में संदिग्ध परिस्थितियों में मिले बाघ के शव में पार्क प्रबंधन ने बड़ा खुलासा किया है। अधिकारियों की मानें तो बाघ का शिकार करने के बाद उसके पैर और पेट काटा गया।
पार्क प्रबंधन अधिकारी संजय शुक्ल ने बताया कि, बाघ का करंट लगाकर शिकार किया गया है। साथ ही यह आशंका भी जताई जा रही है कि बाघ का शिकार धनवर्षा जैसे अंधविश्वास के चलते की गई है। दरअसल, ग्रामीण अंचलों में ऐसी मान्यता है कि बाघ के पंजों की पूजा करने से धनवर्षा होती है और धनवर्षा के लिए तांत्रिक दीपावली की अमावस्या को बेहद शुभ मानते हैं। फिलहाल मृत बाघ के पीएम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उनका कहना है कि आरोपियों के पकड़े जाने पर ही शिकार की वजह साफ हो सकेगी। पार्क प्रबंधन ने शिकारियों की सूचना देने पर 30 हजार का इनाम घोषित किया है। भोपाल से एसटीएफ की टीम और जबलपुर से डॉग स्क्वाड की टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई हैं। गौरतलब है कि 22 अक्टूबर की देर शाम कान्हा के खटिया रेंज अंतर्गत मानेगांव में बंजर नदी के किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में करीब आठ वर्षीय बाघ का शव मिला था,शव से चारों पंजे और पेट का एक हिस्सा गायब था। घंटों चला आत्महत्या का नाटक, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में एक शख्स रेलवे स्टेशन के पैदल पुल पर चढ़ गया और फिर नीचे कूदने की धमकी देने लगा। पुलिस ने घंटों की मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित नीचे उतारा।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को 55 वर्षीय शांतिलाल शुक्ला सोमवार सुबह करीब 12 से 1 के बीच रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने फुट ओवर ब्रिज की छत पर चढ़ गया और अपने बेटे को याद करते हुए वहां से कूदकर आत्महत्या करने की धमकी देने लगा। लोगों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने जीआरपी पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही जीआरीपी थाना प्रभारी और आरक्षक अनिल कौरव मौके पर पहुंचे और शांतिलाल को नीचे उतारने की कोशिश करने लगे।
करीब एक घंटे से ज्यादा की समझाइश के बाद आखिरकार वो उसे नीचे उतारने में कामयाब रहे। जीआरपी पुलिस के मुताबिक पूछताछ में शांतिलाल ने बताया कि वो सतना जिले का रहने वाला है और इंदौर में अपने बेटे रवि के साथ रहता है। इस जानकारी के आधार पर उसके बेटे से संपर्क कर उसे बुलाया गया। थाने पहुंचने पर रवि ने खुलासा किया कि उसका पिता अपने एक बेटे की मौत के बाद से मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया है, जिसका इलाज जारी है। पुलिस ने बयान लेने के बाद मामला दर्ज कर लिया, जिसके बाद दोनों पिता-पुत्र को एमवाय अस्पताल छोड़ दिया गया।