छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया जंगल सफारी का लोकार्पण
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को नया रायपुर में एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित जंगल सफारी का लोकार्पण किया। इस अवसर पर राज्यपाल बलरामजी दास टण्डन और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि मौजूद थे। प्रधानमंत्री रायपुर विमानतल से सीधे जंगल सफारी पहुंचे और उन्होंने राज्य सरकार के वन विभाग द्वारा 320 हेक्टेयर में 200 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित विशाल सफारी का लोकार्पण किया।
उन्होंने इस कार्यक्रम के बाद नया रायपुर में ही सार्वजनिक परिवहन सेवा के तहत बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (बीटीआरएस) का शुभारंभ और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने एकात्म पथ का भी लोकार्पण किया। वे इन कार्यक्रमों के बाद दोपहर राज्योत्सव स्थल (पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग व्यापार परिसर) पहुंचे और वहां आयोजित विकास प्रदर्शनी में ‘हमर छत्तीसगढ़’ योजना के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए पंच-सरपंचों से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि जंगल सफारी एशिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित जंगल है। करीब 320 हेक्टेयर में जंगल सफारी का निर्माण किया गया है। अक्टूबर 2012 में इस जंगल सफारी का निर्माण शुरू किया गया था। जहां टाइगर बीयर हर्बीवोर और लॉयन सफारी रखे गए हैं। करीब 50 एकड़ में खंडवा जलाशय भी बनाया गया है। इस जलाशय के बीच दो सौ करोड़ रुपए की लागत से नेस्टिंग आईलैंड भी बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की डेढ़ साल में यह तीसरी छत्तीसगढ़ यात्रा है। वे पहली बार 9 मई 2015 को राज्य के प्रथम प्रवास पर दंतेवाड़ा आए थे, जहां उनकी उपस्थिति में बस्तर के औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार और केन्द्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के बीच लगभग 24 हजार करोड़ रूपए के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिनमें रावघाट से जगदलपुर तक 135 किलोमीटर रेल मार्ग परियोजना भी शामिल हैं। मोदी दूसरी बार 21 फरवरी 2016 को नया रायपुर और राजनांदगांव जिले के ग्राम कुर्रूभाट (विकासखंड डोंगरगढ़) आए थे।
उन्होंने नया रायपुर में देश के करोड़ों आवास विहीन परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया था। मोदी ने डोंगरगढ़ प्रवास के दौरान ग्राम कुर्रूभाट की आमसभा में गांवों को शहरों जैसी बुनियादी सुविधाएं देने के लिए रूर्बन मिशन का भी शुभारंभ किया था। वहीं पर उन्होंने राजनांदगांव जिले के दो विकासखंडों -अम्बागढ़ चौकी और छुरिया को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) भी घोषित किया था और स्वच्छ भारत मिशन में सराहनीय योगदान के लिए धमतरी जिले की 104 वर्षीय श्रीमती कुंवर बाई को विशेष रूप से सम्मानित किया था।