जहरीले नाईक का फन कुचलना जरूरी
मुम्बई का रहने वाला लगभग 50 वर्ष का मुस्लिम उपदेशक जाकिर नाईक ने इन दिनों सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है। जाकिर नाईक को लेकर यह तथ्य कई बार उजागर हो चुके कि वह तथाकथित धर्मगुरु और उपदेशक के नाते भारत में हिन्दुओं के बीच विष वमन का काम कर रहा है। कई मुद्दों पर यह भी सिद्ध हो चुका है कि मुस्लिम उपदेशक जाकिर आतंकवादियों को भी संरक्षण और अपना मार्गदर्शन देता है। भारत में शान्ति सहिष्णुता, अखंडता को भंग करने की मंशा उसके दिमाग में सदैव रहती है और अपने संदेशों में वह यही बात उजागर करता है कि मुस्लिमों को किसी से भय की जरुरत नहीं है। साथ ही वह यह भी कहता है कि हर मुस्लिम को एक आतंकी होना चाहिए ताकि वो असामाजिक लोगों के मन में आतंक भर सके। अभी कुछ माह पहले ही ढाका में हमला करने वाले दो आतंकियों को जाकिर नाईक नाम के इस मुस्लिम धर्मगुरु से प्रेरित बताया गया था। जाकिर के भडक़ाऊ बयान वाले वीडियो और यूट्यूव भी उसके प्रसंशक जमकर देख रहे थे। ढाका में मारे गए छह में से दो आतंकी निब्रास इस्लाम और रोहन इम्तियाज जाकिर से प्रभावित थे और उसका भाषण भी नियमित रूप से सुनते थे। जाकिर नार्ईक ने इस्लामिक इंटरनेशनल स्कूल भी खोला हुआ है। यहां उसकी दो बेटियां और बेटा भी पढ़ते हैं। उसकी पत्नी फरहत इस स्कूल की मुखिया बताई जाती है। जानकारी के अनुसार जाकिर का बेटा भी बाप के पदचिन्हों पर चलकर एक मुस्लिम उपदेशक बनने की चाह रख रहा है। सन् 2011 से ब्रिटेन और कनाडा में जाकिर नाईक के भाषण प्रतिबंधित हैं। नाईक खुलेरूप में ओसामा बिन लादेन का गुणगान करता है और कहता है कि हर मुस्लिम को आतंकवादी होना चाहिए। भारत में इस कथाकथित उपदेशक की गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए भारत में अमन चैन बरकरार रखने के लिए इस पर नकेल कसना शुरु कर दिया है। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा है कि नाईक के भाषणों की जांच होगी इसके बाद इस पर कार्यवाही की जाएगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमों ने गत शनिवार को इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के प्रमुख कार्यालय सहित 12 परिसरों में छापा मार कर इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों के भंडारण सहित 12 लाख रुपये नकद और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किये हैं इसके बाद नाईक के दस ठिकानों पर छापे मार कर मामला भी दर्ज कर लिया है। नाईक पर गैर कानूनी गतिविधियों और भडक़ाऊ भाषण के माध्यम से भारत में विभिन्न धार्मिक लोगों के बीच शत्रुता और घृणा फैलाने का आरोप है। नाईक की यह मंशा है कि वह तथाकथित धर्मगुरु और उपदेशक के नाते भारत में शान्ति व्यवस्था को भंग कर आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। अत: केन्द्र सरकार को ऐसे जहरीले और राष्ट्रविरोधी लोगों के फन को कुचलना ही होगा।