उपचार के लिए संभाग स्तर पर लगेंगे शिविर
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि सभी शासकीय चिकित्सालयों में चिकित्सकों के पदों की पूर्ति प्राथमिकता से की जाये। इसे लिये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रशिक्षण के बाद आयुष और दंत चिकित्सकों की नियुक्ति की जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को यहाँ आयुष, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह और स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन भी उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के सभी संभागों में चिन्हित गंभीर बीमारियों के गरीब मरीजों के उपचार के लिये शिविर लगाये जायेंगे। इन शिविरों में देश और विदेश के चिकित्सकों को बुलाया जायेगा। शिविरों में चिकित्सकों द्वारा परीक्षण के बाद वहीं पर चिकित्सा के खर्च का आकलन कर स्वीकृति दी जायेगी। यह शिविर आगामी जनवरी माह में होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिविरों के स्तरीय एवं व्यवस्थित आयोजन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन स्वास्थ्य केन्द्रों में एलोपैथी चिकित्सक नहीं है वहाँ पर प्रशिक्षण देकर आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की जाये।
इससे वे मरीजों का सामान्य उपचार कर सकेंगे। बताया गया कि आयुष चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिये सीधी भर्ती में पाँच प्रतिशत के प्रतिबंध से छूट दी जायेगी। जिन ग्रामों में प्राथमिक स्वास्थ्य और आयुष के आयुर्वेदिक और यूनानी औषधालय दोनों हैं, उन्हें एकीकृत कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र-सह-आयुर्वेद यूनानी औषधालय का नाम दिया जायेगा।