नये साल में आनंद ही आनंद
भोपाल/विशेष संवाददाता। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा नवगठित आनंद मंत्रालय का आगाज 14 जनवरी से 21 जनवरी तक 2017 ‘आनंद उत्सव’ के रूप में प्रदेशभर में शुरू होगा। इस बार की मकर संक्रांति आनंद पर बैठकर आयेगी।
राज्य के संपूर्ण प्रदेश में लगभग दस हजार स्थानों पर ग्राम पंचायत समूह स्तर पर सभी आयु वर्ग के नागरिकों के लिए पारंपरिक खेलों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन बिना किसी प्रतियोगिता के केवल आनंद के लिए आयोजित किया जायेगा। यह आयोजन स्वयंसेवकों के सहयोग से होगा। आनंद उत्सव और आनंद मंत्रालय के अंतर्गत आनंद सभाएं भी होंगी। जिनमें माध्यमिक, उच्चतर स्कूलों एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को प्रसन्नता के साथ जीवन जीने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन आनंद सभा के माध्यम से किया जायेगा। ‘आनंद’ कार्यक्रम के तहत शासकीय, अद्र्धशासकीय एवं स्थानीय निकायों के कार्यालयों में कार्यरत् कर्मचारियों-अधिकारियों के लिए विशेष गतिविधियों का आयोजन होगा।
आनंद शोध पीठ की स्थापना की जायेगी। इसमें वैज्ञानिक रिसर्च पर यह शोध पीठ कार्य करेगी। राज्य में आनंद विभाग की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी आनंद दलों के रूप में सुनिश्चित की जायेगी। इन दलों का गठन विकास खंड स्तर पर किया जायेगा। इस दल में कलेक्टर तथा अनुविभागीय अधिकारी समन्वय की भूमिका निभायेंगे। गतिविधियों को संचालित करने के लिए स्वयंसेवकों को ‘आनंदक’ कहा जायेगा। आनंद, आनंद उत्सव, आनंद सभा में इनकी सक्रिय भागीदारी होगी। जिसके लिए कोई मानदेय नहीं होगा।
राज्य सरकार नागरिकों के जीवन में आनंद के स्तर को मापने के लिए मार्च 2017 तक राज्य के हेप्पीनैस इंडेक्स का निर्धारण करेगी, जिसके लिए एक प्रश्नावली तैयार की जायेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज मंत्रिमंडल की बैठक में आनंद मंत्रालय का प्रस्तुतीकरण देखा गया। इस अवसर पर आनंद संस्थान की बेवसाइट के लोकापर्ण, गतिविधियों के अनुमोदन के पश्चात मंत्रीगणों से आनंद के संबंध में एक अभ्यास भी कराया गया। डॉ. हेप्पीनैस के नाम से मशहूर प्रोफेसर इडडेनर द्वारा विकसित प्रसन्नता मापनें की एक गतिविधि भी कराई गई। इस गतिविधि में व्यक्ति अपने जीवन से संतुष्टि के स्तर को जानने के लिए पांच प्रश्न है।
14-21 जनवरी तक दस हजार पंचायतों में होगा आनंद उत्सव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक मंगलवार को आनंद मंत्रालय को लेकर प्रेजेंटेशन हुआ। प्रेजेंटेशन अपर मुख्य सचिव इकाबल सिंह ने दिया, जिसमें अगले वर्ष 14 से 21 जनवरी तक प्रदेश की दस हजार पंचातयों में आनंद उत्सव मनाने की बात कही गई। इसी के साथ बैठक में प्रदेश के स्कूलों में 7वीं, 9वीं और 11वीं में एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करवाने को अनिवार्य कर दिया गया है।