पाक को आतंकियों के पनाहगाह पर रुख बदलना ही होगा: अमेरिका
वाशिंगटन। अमेरिका ने गुरुवार को दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध करना बंद करना ही होगा।
उसे इस मुद्दे पर अपने रुख में ऐतिहासिक रुख बदलाव लाने की जरूरत है। अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान उन लोगों को स्थान की पेशकश करना या उपलब्ध कराना बंद करे, जो अफगानिस्तान को अस्थिर करते हैं, अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों एवं अन्य गठबंधन सैनिकों के लिए खतरा पैदा करते हैं या भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी समूहों को सहायता उपलब्ध कराते हैं।
कार्टर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान को इस बात का एहसास हो, जैसा हम सबने उससे कहा है, मैंने कुछ समय से उनके नेताओं को कहा है कि यह एक ऐसा आतंकवाद है, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा सामरिक खतरा पैदा करता है।
इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसने पाकिस्तान के नेतृत्व के समक्ष देश की आतंकी पनाहगाहों में हक्कानी नेटवर्क जैसे खूंखार अफगान तालिबान समूहों के प्रति सहिष्णुता को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है।
कुछ दिन पहले ही भारत और अफगानिस्तान ने भी आतंकवादी समूहों को सहायता देने के लिए पाकिस्तान की निंदा की थी। गौरतलब है कि कश्मीर में भारत की कथित ज्यादती की शिकायत करने के लिए पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के विशेष सलाहकार तारिक फतेमी ने गत 5 दिसंबर को अमेरिका के विदेश उपमंत्री टॉनी ब्लिकेन से मिले थे। लेकिन उलटे अमेरिका ने उन्हें पाकिस्तान में फलफूल रहे आतंकियों के कैंप पर कार्रवाई करने की नसीहत दी।