चिटफंड कम्पनी ने हड़पा लोगों का पैसा
विश्वविद्यालय थाने में मामला दर्ज, लाखों का है घपला
ग्वालियर। शहर में एक बार फिर चिटफंड कम्पनी लोगों को लाखों का चूना लगाकर फरार हो गई। चिटफंड कम्पनी का फर्जीबाड़ा सामने आते ही पुलिस ने संचालक सहित अन्य पर मामला दर्ज कर लिया है।
विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित कैलाश विहार शिवा आर्पटमेंट में रियल सनसाईन कोर्प चिटफंड कम्पनी अपना कारोबार चोरी छिपे कर हितग्राहियों को चार साल में जमा रकम दोगुना देने का वायदा कर ठग रही थी। चिटफंड कम्पनी की पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी कि वह संचालित हो रही है। भिण्ड के रहने वाले चिटफंडी विपिन यादव, राजकुमार यादव व अन्य लोगों की खाते में रकम जमा करा रहे थे। बताया गया है कि चिटफंड कम्पनी के संचालकों ने हितग्राहियों के लाखों रुपए हजम कर लिए और अब रकम वापस नहीं की जा रही है।
इस फर्जीवाड़े का उस समय पता चला, जब कुछ लोगों की रकम जमा करने का समय पूरा हो गया तो वह कार्यालय सम्पर्क करने गए, लेकिन उनके उस समय होश उड़ गए, जब कम्पनी पर ताला जड़ा हुआ मिला। शहर के अलावा उत्तरप्रदेश के ग्राहक रकम वापस लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। सचिन राठौर, नारायणदार राठौर, दिनेश राठौर और उनके परिवार के अन्य लोगों का चिटफंड कम्पनी में पैसा जमा है, जो अब परेशान हो रहे हंै।
पुलिस ने रियल सनसाइन कोर्प चिटफंड कम्पनी के संचालकों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
ऐसे हुआ खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के किसी व्यक्ति ने जिलाधीश डॉ. संजय गोयल को चिटफंड कम्पनी के बारे में शिकायत की थी। जिलाधीश के निर्देश पर पुलिस सक्रिय हुई तो पता चला कि कैलाश बिहार के अलावा इस कम्पनी ने अपने कार्यालय अन्य स्थानों पर खोल रखे थे। कम्पनी ने उत्तर प्रदेश के लोगों को ज्यादा ठगा है।
चिटफंडियों ने बदला ठगने का तरीका
चिटफंडियों ने लोगों को ठगने का अब अपना तरीका बदल लिया है। चिटफंडियों ने बस्ती और मौहल्लों मेंं अपने कारिंदों को छोड़ रखा है, जो रकम लेकर कार्ड लिख देते हैं। ठग काम को इतनी होशियारी से करते हैं किसी को शक भी नहीं हो और रकम भी हाथ में आ जाए। स्थानीय व्यक्ति को पहले ठग अपने सम्पर्क में ले लेते हैं।