थाने में पहुंची लोकल परीक्षा सामग्री
अब परीक्षा के दिन ही खुलेंगे स्कूलों के लिफाफे
गुना। बोर्ड जैसी निगरानी के बीच लोकल कक्षा 9वीं-11वीं के प्रश्न पत्र सहित अन्य परीक्षा सामग्री थानों में पहुंच गई है। आगामी दिनों में जिलेभर के शासकीय हाई व हायर सेकंडरी स्कूल के संस्था प्रभारियों को लिफाफे में बंद प्रश्न पत्र उपलब्ध करा दिए जाएंगे। फिलहाल थानाों में प्रश्रपत्र जमा कर सीलबंद कर लिए हैं। पेटी का ताला अब परीक्षा वाले दिन परीक्षा शुरू होने से कुछ समय पहले ही खुलेगा। लोकल की कक्षा 9वीं व 11वीं की परीक्षाएं मार्च के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगी। प्राचार्यों को बारीकी से जांच कर परीक्षा सामग्री सौंपी गई। इसके बाद प्रश्न पत्रों को संबंधित थानों में जमा भी कराकर जिम्मेदारों ने विभाग को इसकी ओके रिपोर्ट वाट्सएप पर अपने अधिकारियों को भी दे दी। जिलेभर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले कक्षा 9 वीं और 11 वीं के करीब 15 हजार बच्चों की परीक्षा बोर्ड की तर्ज पर होना है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां भी बोर्ड परीक्षाओं जैसी ही की है। परीक्षा सामग्री से लेकर परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था तक सबकुछ जिम्मेदारों की निगरानी में ही होगा। परीक्षा के बाद कापियों का मूल्यांकन भी दूसरे स्कूल में किया जाएगा। परीक्षा के प्रश्न पत्रों को लेने पहुंचे परीक्षा केंद्रों के प्राचार्य ने सामग्री का अवलोकन कर थाने में जमा करा दिए हैं।
इस बार 2 मार्च से लोकल और बोर्ड साथ-साथ
स्कूली परीक्षा के इतिहास में पहली बार इस साल बोर्ड और लोकल परीक्षाएं एक साथ होगी। बोर्ड की परीक्षा 2 मार्च से शुरू हो जाएगी और इसी दौरान मार्च के पहले सप्ताह में ही 9वीं-11वीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। हालांकि दोनों परीक्षाओं का अलग-अलग सुबह व शाम की शिफ्ट में तय किया है। बोर्ड कक्षाओं की परीक्षा का समय सुबह 8.30 से 11.30 बजे तक रहेगा। इसी दौरान दोपहर की शिफ्ट में दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक 9वीं और 11वीं की परीक्षा आयोजित की जाना है। बताया जाता है कि 2 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाओं में 20 मार्च तक सभी प्रमुख विषयों की परीक्षा हो जाएगी। इसके बाद अतिरिक्त विषयों की परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में समाप्त हो जाएगी।
लोकल में 15, बोर्ड के करीब 11 हजार देंगे परीक्षा
बोर्ड और लोकल परीक्षा एक साथ कराना विभाग के लिए भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। दोनों की अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा कराने के साथ ही दोनों शिफ्टों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने तक हर मामले में विभागीय अधिकारियों को माथापच्ची करना पड़ेगी। लोकल की कक्षा 9वीं व 11वीं को मिलाकर करीब 15 हजार बच्चे परीक्षा में शामिल होंगे। इसी तरह बोर्ड की कक्षा 10वीं व 12वीं में भी करीब 11 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे।