भिण्ड की जनता को गुमराह कर रहे हैं कांग्रेसी नेता: बलराम

भिण्ड | भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बलराम जाटव ने कहा है कि वर्ष 1985-86 में गुना से इटावा के बीच रेलवे ट्रेक का काम शुरू हो गया था। 1985 से 2014 तक लगभग 28 वर्ष केन्द्र में कांग्रेस की सरकार रही, तब भिण्ड के कांग्रेसी नेता कौन सी नींद में सोते रहे। तब भिण्ड इटावा ट्रेन क्यों नहीं चलवा पाई तथा भिण्ड इटावा रेल लाइन बिछाने की पर्यावरण एवं वन विभाग से अनुमति क्यों नहीं दिला पाए कांग्रेसी? पर्यावरण एवं वन विभाग की अनुमति नहीं होने के कारण भिण्ड इटावा रेल लाइन का कार्य रोक दिया गया था। सांसद बनते ही तत्काल डॉ. भागीरथ प्रसाद ने पर्यावरण एवं वनमंत्री प्रकाश जावड़ेकर से विशेष मुलाकात कर 11 सितंबर 14 को रेलवे को पर्यावरण एवं वन विभाग से अनुमति दिलाई।
इसके बाद रेल लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण हुआ। सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद की रेलमंत्री से भी बात हो चुकी है तथा रेलवे बोर्ड ने भी भिण्ड इटावा ट्रेन को चलाने की तैयारी पूर्ण कर ली है। रेल बजट की तरीख नजदीक होने के कारण रेलमंत्री व्यस्त होने से भिण्ड इटावा ट्रेन चलाने की तारीख दुबारा निश्चित की जाएगी। अब तो भिण्ड इटावा ट्रेन हर हाल में शुरू होना ही है। ऐसे में भिण्ड के कांग्रेसी नेता जनता को रैली दिखाकर झूठी बाहवाही बटोरना चाह रहे हैं। सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद के भिण्ड इटावा ट्रेन को चलाने के ताबड़तोड़ प्रयासों को भिण्ड के कांग्रेसी नेता हजम नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए सांसद के ऊपर झूठे आरोप लगाकर घडिय़ाली आंसू बहाकर बौखलाहट दिखा रहे हैं। भिण्ड की जनता निश्चिंत रहे, भिण्ड इटावा ट्रेन तो अब जल्द चलकर ही रहेगी।

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