भारत की खोई हुई प्रतिष्ठा की पुनस्र्थापना की शिवाजी ने

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनी शिवाजी जयंती


ग्वालियर। छात्रपति शिवाजी महाराज स्मारक समिति ग्वालियर द्वारा शुक्रवार को सिटी सेन्टर स्थित शिवाजी उद्यान में छात्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता कृष्ण हलवे ने संबोधित करते हुए कहा कि शिवाजी ने भारत की खोई हुई प्रतिष्ठा की पुनस्र्थापना की।


मुख्य अतिथि विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष राकेश जादौन ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से शिवाजी महाराज से संबंधित चित्रकला व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं विद्यालयों और महाविद्यालयों में आयोजित की जाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. स्वतंत्र शर्मा ने मध्यप्रदेश में आयोजित ग्राउण्ड लेबल के कार्यों को उत्तर प्रदेश में करवाने हेतु उ.प्र. के मुख्यमंत्री को अवगत कराने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने शिवाजी उद्यान की स्थापना के लिए डॉ. रघुनाथ राव पापरीकर की प्रशंसा की। कार्यक्रम को डॉ. पापरीकर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में आत्म ज्योति कन्या विद्यालय की नेत्रहीन छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना के बाद शिवाजी महाराज के पारम्परिक पावाड़ा की प्रस्तुति दी, जिसके बोल थे-'महाठका एक भेटलाÓ एवं राष्ट्र भक्ति गीत 'जाग उठा है आज देश का वह सोया अभिमानÓ की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कराटे प्रशिक्षण केन्द्र शिवाजी उद्यान के बालकों ने कराटे का प्रदर्शन किया, जिसमें आत्म सुरक्षा की विधि प्रदर्शित की। अंत में अतिथियों ने चित्रकला प्रतियोगिता के विजयी बच्चों को पुरस्कार वितरण किया।

इन्हें मिला पुरस्कार

चित्रकला प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में श्रेया प्रथम, नंदिनी दुबे द्वितीय, मुस्कान तिवारी तृतीय रहीं। सीनियर वर्ग में आयुषि मिश्रा प्रथम, मौसम खान द्वितीय और मनीष करारिया को तृतीय पुरस्कार दिया गया। सांत्वना पुरस्कार उन्नति गुप्ता, निशिका, शुभम परेटा, एवं दीक्षा सिंह को दिया गया। कार्यक्रम का संचालन अपर्णा पाटील ने एवं आभार महेश मुदगल ने व्यक्त किया। इस अवसर पर ब्रि. नरसिंह राव पवार, आलोक शर्मा, हरिदास अग्रवाल, रामबाबू कटारे, निशिकांत सुरंगे आदि उपस्थित रहे।

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