पुलिस पर विधवा के मकान पर कब्जा कराने का आरोप

बुलन्दशहर। अगौता थाना क्षेत्र के गांव जौलीगढ़ की रहने वाली 70 वर्षीय वृद्ध महिला पुलिस अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाकर न्याय मांग रही है, लेकिन पुलिस अधिकारियों के कान पर जूं नहीं रेंगी है।


वृद्ध महिला का आरोप है कि उसी के परिवार के लोगों ने उसके मकान पर उस समय कब्जा कर लिया, जब वह अपनी बेटी के यहां मेरठ गई हुई थी, जब वापस अपने घर आई तो उसके मकान पर अपनों ने ही कब्जा जमा लिया। रोती-बिलखती अगौता थाने गई, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की, बल्कि वृद्ध महिला को थाने से टरका दिया। बुढ़ापे का सहारा सिर छिपाने के लिए एक मकान ही बचा था। पहले पति की मौत, उसके बाद पुत्र की मौत और अब मकान पर उसी के परिवार के लोगों ने कब्जा कर लिया है। वृद्ध महिला पिछले कई दिन से एसएसपी ऑफिस में चक्कर काट रही है। एसएसपी से भी मिली और एसपी सिटी से भी, अपने दु:खड़े का रोना रोया, लेकिन किसी का भी दिल वृद्ध महिला को देखकर नहीं पसीजा।


अधिकारियों का ऐसा रवैया देखकर वृद्ध महिला अपने कलेजे पर हाथ रखकर एसएसपी ऑफिस में जी भरकर रोई। जब किसी अधिकारी के मुंह से न्याय दिलाने की बात नहीं निकली तो वृद्ध महिला बोली कि अब बुढ़ापे में कहां जाऊँ? एसपी सिटी भले ही अपने मुंह मियां मि_ू बनकर यह कहते घूम रहे हों कि जिस जिले में जाते हैं, उस जिले के बदमाश आसपास के जिलों में भी नहीं ठहरते हैं, अब इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक वृद्ध महिला उनके समक्ष कई बार पेश हुई, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं निकाल पाए। मकान बदमाशों ने नहीं बल्कि उसी के दबंग परिजनों ने कब्जाया है। वृद्ध महिला की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज नहीं हो सका तो फिर न्याय कैसे मिलेगा? वृद्ध महिला ने बताया कि जब उसके मकान पर कब्जा कर लिया तो इसकी शिकायत लेकर अगौता थाने में पहुंची। वहां पुलिस ने किसी भी तरह की मदद करने की कोशिश नहीं की, बल्कि यह कहकर टरका दिया कि मकान वृद्ध महिला के बेटे ने उन्हें बेच दिया है। जब महिला का बेटा जिंदा था, तो उन्होंने मकान की मांग नहीं की और जब महिला के बेटे की मौत हो गई तो उसके मकान पर मौका पाकर कब्जा जमा लिया। पूरा गांव वृद्ध महिला के पक्ष में खड़ा है, लेकिन खाऊ पिऊ पुलिस वृद्ध महिला को न्याय दिलाने में आनाकाना करने पर तुली हुई है।

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