चीनी के दाम में अचानक आई तेजी
चीनी के दाम में अचानक आई तेजी
सरकार ने इंडस्ट्री से चीनी की कीमत सुरक्षीत लेवल के अंदर रखने को कह, और इंडस्ट्री को किसानों को गन्ने की बकाया कीमत भी चुकाने के लिए कहा है।इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन ( इस्मा ) के डायरेक्टर ने भी चीनी के दाम बढ़ने से सरकार के चिंतित होने की पुष्टि की। सरकार ने एसोसिएशंस से 15 दिनों के अंदर चीनी के दाम में 7% से अधिक की तेजी पर बात की है. देश में चीनी की कमी नहीं है। ऐसे में सरकार जमाखोरी करने वालों के खिलाफ एक्शन ले सकती है।
1 मार्च को इसकी कीमत 3,315 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो 31 मार्च को 3,660 रुपये प्रति क्विंटल चल रही थी। चीनी के दाम में अचानक तेजी आई है। 15 मार्च से 31 मार्च के बीच इसकी कीमत 7.2 पर्सेंट बढ़ी है. वहीं, पिछले साल 1 अक्टूबर को नया शुगर सीजन शुरू होने के बाद से इसके दाम में दिल्ली मार्केट में 36 पर्सेंट की बढ़ोतरी हो चुकी है।
इस पॉलिसी के तहत चीनी के एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है और इंपोर्ट कम रखने के लिए 40 पर्सेंट की भारी ड्यूटी लगाई गई है। चीनी अभी जिस कीमत पर मिल रही है, चिंता उसे लेकर नहीं है। सरकार की फिक्र की वजह कम समय में दाम में बढ़ोतरी है. सीजन शुरू होने के बाद से चीनी के दाम में 1,000 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हो चुका है।