पहली तिमाही में 5 सरकारी बैंकों को 2500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा

पहली तिमाही में 5 सरकारी बैंकों को 2500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा

पहली तिमाही में 5 सरकारी बैंकों को 2500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा


नई दिल्ली| फंसे हुए कर्ज के बोझ से दबे सार्वजनिक क्षेत्र के पांच बैंकों को वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल मिलाकर 2,500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है। इन पांच बैंकों में बैंक ऑफ इंडिया, देना बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।

इसी बीच देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक के एकीकृत मुनाफे में इस अवधि में 78 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह 1,046 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4,714 करोड़ रुपये था। आलोच्य अवधि में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के शुद्ध लाभ में 61 प्रतिशत का कमी आई और यह 100.69 करोड़ रपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष में इस दौरान 257.84 करोड़ रपये था।

इस अवधि में बैंक ऑफ इंडिया को 741.3 करोड़ रुपये, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 600 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को 397.40 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। इसके अलावा देना बैंक को 279.35 करोड़ रुपये और इलाहाबाद बैंक को 564.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।

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