जबलपुर का भविष्य हम सवारेंगे: कलराज मिश्र
जबलपुर| केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र के जबलपुर प्रवास ने औद्योगिक विकास को नई राह दिखाई है। ये साफ हो गया है कि जबलपुर के औद्योगिक विकास में अब कोई विलंब नहीं हो सकता, बस केवल देर रह गई है तो स्थानीय स्तर पर इंडस्ट्री को आइडेंटिफाई कर राज्य सरकार द्वारा इसका प्रस्ताव भेजने में। सांसद राकेश सिंह के प्रयास से सफल रही उद्यमिता विकास कार्यशाला में कलराज मिश्रा यह संकेत दे गए हैं कि वे आने वाले ‘कल’ को संवारेंगे।
कार्यशाला में राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री संजय पाठक के समक्ष केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने इस बात को बेहतरीन ढंग से न केवल समझाया बल्कि डायरेक्टर आफ इंडस्ट्रीज को कैसे कार्य किया जाए इसके भी दिशा-निर्देश सार्वजनिक रुप से दे दिए। महाकोशल के केंद्र बिंदु जबलपुर के औद्योगिक विकास हेतु निर्मित इन नयी परिस्थितियों का श्रेय सांसद राकेश सिंह के खाते में जाता है। कलराज मिश्र ने स्वीकार किया कि इस कार्यशाला के लिए जितना रॉ मेटेरियल चाहिए था उतना स्थानीय सांसद ने जुटा रखा था। इसका नतीजा यह निकला कि जबलपुर की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां एग्रो बेस इंडस्ट्री का डेवलपमेंट सहर्ष स्वीकार कर लिया गया। औद्योगिक विकास के लिए सबसे पहले रिसर्च एंड डेवलपमेंट की जरूरत है ताकि नयी आधुनिक तकनीक से यहां के उद्यमी परिचित हो सकेंगे। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने हरी झंडी दे दी है।
भारत में अभी ऐसे 18 टूल रुम हैं जिनमें से एक इंदौर में संचालित है दूसरा भोपाल में अक्टूबर से प्रारंभ होने वाला है। जबलपुर में उद्यमियों की सहायतार्थ उद्योग आधार मेमोरण्डम का रजिस्ट्रेशन आनलाइन कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पूरे देश में अब तक करीब 14 लाख उद्यमी इसमें अपना पंजीयन करा चुके हैं जबकि इसे प्रारंभ हुए अभी केवल सात-आठ माह ही हुए हैं।