जाकिर नाइक के एनजीओ का एफसीआरए लाइसेंस रिन्यू करने पर गृह मंत्रालय के चार अधिकारी निलंबित
जाकिर नाइक के एनजीओ का एफसीआरए लाइसेंस रिन्यू करने पर गृह मंत्रालय के चार अधिकारी निलंबित
नई दिल्ली | इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के एनजीओ को एफसीआरए लाइसेंस का नवीनीकरण करने में कथित धांधली के लिए गृह मंत्रालय के एक संयुक्त सचिव सहित चार अधिकारियों को गुरुवार रात निलंबित कर दिया गया। नाइक अपने कथित कट्टरपंथी विचारों के लिए सुरक्षा एजेंसियों की जांच के दायरे में है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि निलंबित किए गए अधिकारियों में संयुक्त सचिव जीके द्विवेदी, दो अवर सचिव और एक अनुभागीय अधिकारी शामिल हैं। गृह मंत्रालय ने पाया कि नाइक के खिलाफ चल रही विभिन्न जांच के बावजूद उसके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के एफसीआरए लाइसेंस का हाल में नवीनीकरण किया गया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट किया, ऐसे में जब मामला लंबित है, नवीनीकरण को मंजूरी देने में लापरवाही के लिए दो अवर सचिव और एक अनुभागीय अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई। एक अन्य ट्वीट में रिजिजू ने कहा कि गृह मंत्रालय का बहुत स्पष्ट मत है कि एफसीआरए लाइसेंस के पंजीकरण या नवीकरण की प्रक्रिया सहज होनी चाहिए, लेकिन तब नहीं जबकि एक मामला लंबित हो। हमने एफसीआरए के नवीकरण की प्रक्रिया आनलाइन कर दी है। मुंबई पुलिस भी नाइक के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है।
नाईक पर युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए उकसाने और विदेशी फंड प्राप्त कर उसका इस्तेमाल कट्टरपंथी विचारों की ओर युवाओं को आकर्षित करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेशी अखबार में यह खबर आने के बाद नाइक सुरक्षा एजेंसियों की जांच के दायरे में आया कि ढाका में एक जुलाई को किए गए आतंकी हमले के हमलावरों में से एक रोहन इम्तियाज ने पिछले साल फेसबुक पर नाईक का हवाला देते हुए प्रचार अभियान चलाया था।
अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक चैनल पीस टीवी पर प्रसारित नाइक के एक व्याख्यान में कथित तौर पर ‘सभी मुस्लिमों से आतंकी बनने की गुजारिश की गई थी।’ इस लोकप्रिय लेकिन विवादास्पद इस्लामिक वक्ता के कथित तौर पर घृणा फैलाने वाले भाषण के लिए ब्रिटेन और कनाडा ने इस पर प्रतिबंध लगाया रखा है। यह मलेशिया में 16 प्रतिबंधित इस्लामिक विद्वानों में से एक है। वह चैनल पीस टीवी के जरिए बांग्लादेश में लोकप्रिय है।