उप्र के शहरों में ट्रैफिक की व्यवस्था बेहतर करने की जरूरत: मुख्यमंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को यहां कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे के शहरों में ट्रैफिक की व्यवस्था बेहतर किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इसके लिए लगातार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आगरा इनर रिंग रोड फेज-2 तथा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बनने वाले छह चिकित्सालयों का शिलान्यास कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये योजनाएं जल्द से जल्द पूरी होंगी और जनता को इनका लाभ मिलना प्रारम्भ हो जाएगा।
प्रदेश के शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर किए जाने की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा में फतेहाबाद रोड से देवरी रोड तक, आगरा इनर रिंग रोड फेज-2 के बनने से आगरा में ट्रैफिक की व्यवस्था ठीक हो जाएगी।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार जनता को स्मार्ट फोन दे रही है। यह फोन इसलिए दिए जा रहे हैं, क्योंकि समाजवादी जनसामान्य को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने में भरोसा रखते हैं। स्मार्ट फोन आधुनिक तकनीक है। इसके माध्यम से सरकारी योजनाओं को जनता तक और जनता की समस्याओं और शिकायतों को सरकार तक आसानी से पहुंचाना सम्भव होगा। स्मार्ट फोन सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करेगा।
ज्ञातव्य है कि आगरा इनर रिंग रोड फेज-2 का निर्माण फतेहाबाद रोड से देवरी रोड तक होना है। इसके लिए आगरा विकास प्राधिकरण को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने जिन छह चिकित्सालयों का आज शिलान्यास किया उनमें 100 बेड का एक चिकित्सालय उन्नाव की तहसील पुरवा में, 100 बेड का ही एक चिकित्सालय जनपद बुलन्दशहर के ग्राम औरागाबाद (अहीर) सिकन्दराबाद में, 50 बेड का एक चिकित्सालय लखनऊ के चन्दरनगर आलमबाग में, 50 बेड का एक चिकित्सालय जनपद मेरठ के कमेले में तथा 50 बेड का एक महिला चिकित्सालय पण्डित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय वाराणसी में बनाया जाएगा। इसके अलावा, औरैया में 50 बेड का एक राजकीय नेत्र चिकित्सालय भी बनाया जाएगा। इन चिकित्सालयों के निर्माण पर 1 अरब 30 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी।
कार्यक्रम के दौरान नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चैधरी, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) यासर शाह, जन्तु उद्यान राज्य मंत्री एसपी यादव, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, उ0प्र0 उर्दू अकादमी के चेयरमैन डाॅ0 नवाज़ देवबन्दी, मुख्य सचिव दीपक सिंघल, प्रमुख सचिव आवास सदाकान्त, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार सिन्हा सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।