भारत और जिबूती आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे
जिबूती। भारत और जिबूती ने मिलकर आतंकवाद से लड़ने का फैसला किया है। साथ ही जिबूती ने ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’क्षेत्र में शांति और स्थायित्व बनाए रखने में भारत की भूमिका की सराहना की है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
जिबूती के दौरे पर गए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति उमर ग्वेलेह से मुलाकात की और अनेक मुद्दों पर बातचीत की। भारत और जिबूती ने नियमित विदेश कार्यालय स्तर की बातचीत के लिए यहां एक समझौते पर दस्तखत किए।
यहां एक संयुक्त बयाान जारी कर कहा गया है कि दोनों नेताओं ने जिबूती की महत्वपूर्ण भूमिका और उसके रणनीतिक महत्व के साथ ही ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’क्षेत्र में शांति और स्थायित्व बनाए रखने में भारत की भूमिका को स्वीकार किया।
दोनों नेताओं ने आपसी हितों वाले क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग की जरूरत को रेखांकित किया। दोनों ने स्वीकार किया कि आतंकवाद मानव जाति और वैश्विक शांति तथा स्थायित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ हाथ मिलाने की इच्छा जताई, ताकि विश्व में शांति बनी रहे।
दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में शीघ्र सुधार की मांग की जिसमें सुरक्षा परिषद का विस्तार भी शामिल है। दोनों देश वर्तमान चुनौतियां जैसे जलवायु परिवर्तन से निपटने तथा अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और सतत् विकास को गति देने के लिए संयुक्त राष्ट्र में तथा अन्य बहुपक्षीय फोरम में आपसी सहयोग गहरा करने के लिए निकटता से काम करने पर भी सहमत हुए। जिबूती सरकार ने आर्थिक क्षेत्र में संबंध प्रगाढ़ करने की क्षमता को रेखांकित किया और देश के आर्थिक विकास में भारत से बड़ी भूमिका निभाने की इच्छा जाहिर की।
उधर राष्ट्रपति कोविंद ने 2015 में संघर्ष प्रभावित यमन से भारतीयों को बचाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन राहत के दौरान जिबूती की मदद के लिए ग्वेलेह की प्रशंसा की। साथ ही समुद्री तथा अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की। इससे पहले कोविंद का यहां राष्ट्रपति भवन में परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई।
विदित हो कि जिबूती और इथोपिया के चार दिवसीय दौरे के पहले चरण में यहां पहुंचे कोविंद जिबूती की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नेता हैं। राष्ट्रपति की यह पहली विदेश भी यात्रा है।