दक्षिण चीन सागर में तैरते परमाणु संयंत्र बनाएगा चीन
बीजिंग| चीन ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में वह प्राथमिकता के आधार पर तैरते परमाणु संयंत्र विकसित करेगा। उसकी यह कवायद विवादित समुद्रीय क्षेत्र में मौजूद द्वीपों पर बिजली आपूर्ति बढ़ाने के लिए है।
स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी ऐंड इंडस्ट्री फॉर नेशनल डिफेंस में उप निदेशक वांग यिरेन ने बताया कि समुद्री गैस के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और समुद्रीय परियोजनाओं को स्थायी उर्जा उपलब्ध करवाने की खातिर आगामी पांच वर्षों में चीन तैरते परमाणु प्लेटफॉर्म के विकास को प्राथमिकता देगा।
वांग ने साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी दैनिक को बताया कि चीनी अधिकारी संबद्ध मूलभूत तकनीकों और समुद्रीय परमाणु उर्जा संयंत्रों के मानकीकरण पर पहले ही शोध कर चुके हैं। खबर के मुताबिक यह देश की पंचवर्षीय आर्थिक विकास योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बीते जुलाई में इसके आधिकारिक वीचैट अकाउंट पर प्रकाशित एक लेख में बताया गया था कि भविष्य में चीन 20 तैरते परमाणु उर्जा स्टेशन विकसित कर सकता है जो दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर उर्जा और जल आपूर्ति में उल्लेखनीय इजाफा करेंगे।
नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन के पूर्व अध्यक्ष सन क्विन ने मार्च 2016 में कहा था कि ये स्टेशन वर्ष 2019 तक काम शुरू कर देंगे। वर्तमान में चीन में परमाणु उर्जा उत्पन्न करने के लिए 23 इकाईयां हैं। यहां 27 इकाईयां निमार्णाधीन हैं।