जेल में कैदियों में चले कट्टन, दो घायल
कैदियों के बीच आए दिन हो रहे हैं दंगा-फसाद
एक कैदी के गले में गहरा घाव, अस्पताल में भर्ती
ग्वालियर| जेल प्रबंधन भले ही लाख दावे करे कि जेल में सब कुछ ठीक-ठाक है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। जेल में आज भी बदमाश अपने-अपने गुट बनाकर रंगदारी करते हैं। इसी के चलते शनिवार की रात को कैदियों में हुए झगड़े में कट्टन चल गए, जिसमें एक कैदी के गले में गहरा घाव हो जाने से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य घायलों का जेल अस्पताल में ही उपचार किया जा रहा है। प्रहरियों ने बड़ी मुश्किल से खून-खराबा करने वाले कैदियों को अलग किया। जेल प्रबंधन झगड़े की जांच-पड़ताल कर रहा है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय जेल के अंदर अव्यसस्था के चले कैदियों और बंदियों के बीच आए दिन दंगे-फसाद होने की घटना हो रही है।
बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित केन्द्रीय जेल में विगत शनिवार की रात साढेÞ आठ बजे के करीब बैरक नम्बर 3/2 में कैदी आपस में बतिया रहे थे तभी अवैध हथियार रखने के मामले में सजा काट रहे गोपाल पुत्र गंगाराम पाल निवासी गुव्वारा फाटक से राहुल पुत्र किशोरी और बंटी पुत्र नबाव से मुंहवाद हो गया। जब बात ज्यादा बढ़ गई तो राहुल व बंटी की ओर से मुकेश पुत्र तुलसी और भगवान सिंह भी आ गए। इसके बाद जेल की बैरक अखाड़ा बन गई। कैदी आपस में एक दूसरे पर हाथ छोड़ने लगे। कैदियों के एक गुट ने चम्मच घिसकर कट्टन बना लिया था, जिससे गोपाल पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। बताया गया है कि हमलावर कैदियों ने गोपाल की हत्या करने के इरादे से गले पर वार कर उसे लहूलुहान कर दिया। कट्टन लगने से दो कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए। जेल का सायरन बजते ही संतरी सतर्क हो गए और प्रहरियों ने कैदियों के दोनों गुटों को समझाकर अलग किया। झगडेÞ की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और आनन-फानन में गंभीर रूप से घायल गोपाल को अस्पताल ले जाया गया। जेल प्रबंधन का कहना है कि गोपाल के गले में टांके आए हैं। अस्पताल में उपचार कराने के बाद उसे जेल में ही रखा गया है। झगड़े की वजह निरमा पाउडर वितरण को लेकर होना बताया गया है। पुलिस और जेल प्रबंधन ने झगड़े की जांच प्रारंभ कर दी है।
चम्मच को घिसकर बनाते हैं कट्टन
यह पहली घटना नहीं है, जब जेल के अंदर कट्टन चले हैं। इससे पहले भी कैदियों में कई बार खूनी जंग हो चुकी है। कैदी रंगदारी करने के लिए चम्मच को घिसकर उसको पैना कर चाकू जैसा बना लेते हैं। कट्टन चाकू की तरह धारदार बन जाता है। गोपाल के गले पर कट्टन के वार का निशान बताया गया है। कैदी कट्टन कब बना लेते हैं। संतरी से लेकर अधिकारी तक को नहीं पता नहीं रहता है।
सीसीटीवी कैमरों से रखी जाती है नजर
केन्द्रीय जेल में एक से बढ़कर एक शातिर बदमाश सजा काट रहे हैं। जिन पर सीसीटीवी कैमरों से हर समय नजर रखी जाती है। सूत्र बताते हैं कि इस समय जेल में सबकी मौज है और आसानी से कैदी के पास उसकी जरूरत की चीज पहुंच जाती है, जबकि जेल अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का दंभ भरते नहीं थकते हैं।
‘‘शनिवार की रात को जेल की एक बैरक में कैदियों के दो गुट आपस में भिड़ गए थे, जिनमें कट्टन चल गए थे। एक घायल कैदी को अस्पताल भेजा था, जिसकी जल्दी ही छुट्टी कर दी गई थी। मारपीट के कारणों की पुलिस और जेल प्रशासन जांच-पड़ताल कर रहा है।’’
टीआर शैण्डे, जेलर, केन्द्रीय जेल