घोटालेबाजों की मुख्यमंत्री से शिकायत जिलाधीश से भी मिलेंगे किसान
दौलत के सहारे घोटाले दबाने की कोशिश में उद्यान विभाग के अधिकारी
ग्वालियर| पान बरेजा विकसित करने वाले किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि में घोटाला करने वाले उद्यान विभाग के अधिकारियों की करतूत उजागर हो जाने के बाद अधिकारी अब इस मामले को अपनी काली कमाई से दबाने की कोशिश में हैं। अनुदान की चोरी पर संदलपुर के एक युवक ने सीएम हैल्पलाइन के माध्यम से शिकायत मुख्यमंत्री से की है। हालांकि अधिकारी इस युवक को भी दौलत का लालच देकर शांत कराने की कोशिश में जुटे हैं। ‘स्वदेश’ द्वारा किसानों के साथ ठगी उजागर किए जाने के बाद पीड़ित किसान जिन्हें इस ठगी की जानकारी तक नहीं थी, अब जिलाधीश से शिकायत कर अपने हिस्से की राशि दिलाने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
ग्राम संदलपुर में पान बरेजा की खेती करने वाले किसानों ने बताया कि किसानों के हिस्से की राशि में गड़बड़ी की शिकायत गांव के ही नीरज यादव नामक युवक ने की थी। इस युवक की शिकायत में कहा गया था कि पान बरेजा की खेती में किसानों को मिलने वाली 42 हजार रुपये राशि में से उसे अनुदान की राशि सिर्फ 6100 रुपये ही दी गई। युवक द्वारा जब दूसरी बार सीएम हैल्पलाइन में शिकायत की तो उद्यान विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने इस युवक के घर पहुंचकर इससे बात की। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों ने पैसे देकर इस युवक का मुंह बंद कराने की कोशिश की। हालांकि इस शिकायत के बाद भी स्थिति जस की तस है। न तो किसानों को उनके हिस्से का अनुदान मिला और न ही घोटालेबाज अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकी। किसानों का कहना है कि उद्यान विभाग के अधिकारी जानबूझकर योजनाओं और मिलने वाले अनुदान की राशि की जानकारी किसानों को नहीं देते हैं।
अधिकारियों को गुमराह करने की रणनीति तैयार
पान बरेजा में किसानों के हिस्से के अनुदान में बंदरबांट का खुलासा हो जाने के बाद घबराए सहायक संचालक उद्यान रूप सिंह भदौरिया और उनके अधीनस्थ अब जिलाधीश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करने की तैयारी में हैं। विभागीय सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों को स्पष्टीकरण दिया जाएगा कि इस वर्ष के लिए अनुदान स्वीकृत ही नहीं हुआ है, फिर घोटाला कैसे हो सकता है। जबकि समाचार में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि यह घोटाला विगत वर्ष अर्थात वर्ष 2016 का है। संभावना है कि इसी तरह की अनियमितता इससे पहले के वर्षों में भी हुई होगी। दुकानदार के खाते में सीधे ही राशि भेज दिए जाने को लेकर भी किसानों के फर्जी तरीके से कराए गए हस्ताक्षर दिखाकर गुमराह किए जाने की तैयारी है।
सेवानिवृत्ति के इंतजार में सहायक संचालक
पान बरेजा की खेती में किसानों के साथ हुई ठगी के लिए जिम्मेदार सहायक संचालक उद्यान रूपसिंह भदौरिया 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इस दौरान न तो वह गड़बड़ियों से जुड़ी कोई जानकारी देना चाहते और न ही घोटालों को उजागर होने देना चाहते हैं। सूचना के अधिकार में इस घोटाले से जुड़ी जानकारी का आवेदन भी करीब डेढ़ माह से उनके कार्यालय में लंबित है।
इनका कहना है
‘मामला मेरे संज्ञान में आया है , मैं इस संबंध में सहायक संचालक उद्यान से जानकारी लेकर मामले की जांच कराता हूँ। किसानों के साथ ठगी हुई है तो किसी भी स्तर पर गड़बड़ी को सहन नहीं किया जाएगा। ’
नीरज कुमार सिंह
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत ग्वालियर
‘पान बरेजा की 3 पारी 500 वर्गमीटर की हो जाती हैं। पिछले वर्ष 500 वर्गमीटर के कितने बरेजा थे, रिकार्ड देखे बिना नहीं बता पाऊंगा। मुझे विभागीय काम बहुत हैं। मैं पत्रकारों के लिए जानकारियां एकत्रित नहीं करता रहंूगा। ’
रूप सिंह भदौरिया
सहायक संचालक
उद्यान विभाग ग्वालियर