चुनाव आयोग ने दी चुनौती, 3 जून से आकर हैक करें ईवीएम
नई दिल्ली| पिछले कुछ समय से विभिन्न राजनीतिक दलों के निशाने पर सरकार से ज्यादा रही ईवीएम यानि इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन रही। आए दिन आरोपों से तंग आकर चुनाव आयोग ने आखिरकार शनिवार को आलोचकों को करारा जवाब दे ही दिया।
चुनाव आयोग ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दिल्ली के विज्ञान भवन में ईवीएम का डेमो दिया। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी भी उपस्थित रहे। लगभग दो घंटे तक विशेषज्ञों द्वारा ईवीएम का डेमा दिया गया।
आयोग ने शनिवार लाइव डेमो के बाद सभी पार्टियों से कहा कि वे 3 जून को ईवीएम को हैक करके दिखाएं। इससे पहले चुनाव आयोग ने कुछ राजनीतिक दलों की ओर से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के आरोपों के चलते लाइव डेमो दिया। आयोग ने इस डेमो में यह बताया कि ईवीएम और वीवीपैट मशीन से कैसे वोटिंग की जाती है। आयोग ने आठ साल बाद एक बार फिर इससे जुड़ी शंकाओं के निराकरण के लिए यह डेमो दिया। हालांकि इस कार्यक्रम में राजनीतिक दलों को आमंत्रित नहीं किया गया था। आयोग ने दावा किया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है।
ईसी ने कहा कि हर राजनीतिक दल को मशान हैक करने के लिए चार घंटे का समय दिया जाएगा। डेमो के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि हालिया पांच राज्यों के चुनावों के बाद इस संबंध में कई शिकायतें एवं सुझाव मिले हैं लेकिन कमीशन को कोई सबूत नहीं दिया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वीवीपैट लगाने से चुनावों में पारदर्शिता आएगी। इससे मतदाता का यह पता चल जाएगा कि उसका वोट किस प्रत्याशी को गया है। उन्होंने कहा कि ईवीएम के साथ वीवीपैट मशान लगाने से मतदाता का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ईवीएम के बारे में कई भ्रांतियां फैलाई जा रही है कि इसे हैक किया जा सकता है, यह पूरी तरह गलत है। इसके साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है।