उत्तराखंड में भारी बारिश की दी चेतावनी, केदारनाथ यात्रा दूसरे दिन भी स्थगित
देहरादून। उत्तराखंड में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा दूसरे दिन भी रोकी गई। केदारनाथ हाईवे कई स्थानों पर बंद है और इसे खोलने का काम जारी है। आज भी अभी तक सोनप्रयाग और गौरीकुंड से यात्री केदारनाथ नहीं भेजे गए। टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली समेत कई जिलों में स्कूलों की छुट्टी दी गई है। मौसम विभाग ने बारिश और भूस्खलन को देखते हुए राज्य में अलर्ट जारी किया है।
हम आपको बता दें कि उत्तराखंड के कई जिलों में बीती रात से तेज बारिश हो रही है। कई नदियां उफान पर है। गंगोत्री हाइवे पर चम्बा-ऋषिकेश के बीच बेमुण्डा नाला उफान पर है। दोनों और से वाहनों की आवाजाही थम गई है। देहरादून के सहस्रधारा में नदी उफान से तीन दुकानें बह गई हैं। गैरसैंण में स्कूल मलबा से भर गया।
जानकारी मिली है कि राजधानी देहरादून और इसके आसपास के इलाकों में बारिश से भारी नुकसान हुआ है। पर्यटक स्थल सहस्रधारा के कालीगाड़ में रात को भारी बारिश के बाद नदी का पानी बढ़ गया। जिस नदी में गर्मियों में पर्यटक अठखेलियां करते हैं, उसका तेज बहाव देख हर कोई सहमा हुआ है। नदी के तेज बहाव से तीन दुकानें बह गईं। कई मकानों और दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। यहां प्रशासन ने दुकानें और होटल खाली कराए हैं।
गौरतलब है कि विधायक गणेश जोशी, एसडीएम मौके पर पहुंच गए हैं। ग्राम प्रधान कलम सिंह ने बताया कि 2011 के बाद नदी में इतना पानी आया है। अगर पानी बढ़ा तो कई मकानों के लिए खतरा पैदा हो सकता है। उधर क्षेत्र में कई पुल और रास्ते भी टूटे हैं। इससे कई गांवों का संपर्क कट गया है। इसके अलावा बारिश देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग सहमे हुए हैं। राजपुर रोड के आर्यनगर में रिस्पना नदी के तेज बहाव में सड़क बह गई है। इससे कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। शहर के अन्य इलाकों में भारी बारिश ने नुकसान पहुंचाया है।