‘मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं, राष्ट्रपति का पता नहीं’
बच्चों के सामान्य ज्ञान ने दिखाया शिक्षा व्यवस्था को आइना
ग्वालियर| बेटा हमारे मुख्यमंत्री का नाम क्या है, मुख्यमंत्री का नाम है नरेन्द्र मोदी। राष्ट्रपति का नाम क्या है, राष्ट्रपति का नाम हमें पता नहीं है। यह हाल शहर के सरकारी स्कूलों के बच्चों का है जिनको न तो प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम पता है और न ही देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का। यह हाल शहर के कोई छोटे से स्कूल का नहीं है, यह स्थिति शहर के मुख्य स्कूल शा.कन्या पदमा विद्यालय एवं शा. प्राथमिक विद्यालय ललितपुर कॉलोनी की है जिसमें बड़ी संख्या में शहर के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं।
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर गिरता जा रहा है। इन स्कूलों में न तो पढ़ने वालों को रुचि है और न ही पढ़ाने वालों को कोई रुचि है। इन स्कूलों में हाजिरी रजिस्टर में बच्चों के नाम तो भरपूर लिखे हैं और उनकी उपस्थिति भी दर्ज हो रही है लेकिन बच्चे स्कूल नहीं पहुंचते यहां तक कि कई बच्चों के फर्जी नाम तक दर्ज हैं लेकिन वे पढ़ अन्य स्कूलों में रहे हैं। वहीं पद्मा विद्यालय में माध्यमिक स्तर पर बच्चों की संख्या 400 है लेकिन शनिवार को इनकी उपस्थिति बहुत ही कम देखने को मिली। यहां 400 में से मात्र आठ बच्चे ही उपस्थित थे। वहीं ललितपुर कॉलोनी में 40 में से मात्र आठ से दस बच्चे ही उपस्थित थे। शेष बच्चों का पता नहीं था।
पदमा विद्यालय की स्थिति:- पदमा विद्यालय समय सुबह 11.30 बजे का। यहां 400 में से मात्र आठ बच्चे उपस्थित थे जबकि स्कूल के शिक्षक समूह में बैठकर आपसी बातें कर रहे थे और बच्चे कक्षाओं में मस्ती कर रहे थे। जब यहां के शिक्षकों से पूछा गया कि बच्चों की संख्या इतनी कम क्यों हैं तो उनका जवाब था कि आज शनिवार है और शनिवार को बच्चे कम ही आते हंै। अभी बाल सभा का समय चल रहा है इसलिए बच्चों को पढ़ा नहीं रहे हैं। शिक्षकों से जब यह पूछा गया कि बच्चों को न तो मुख्यमंत्री और न तो राष्ट्रपति का नाम पता है तो उनका जवाब था कि हम तो सिखाते हैं, मगर वो भूल जाते हैं।
ललितपुर कॉलोनी विद्यालय की स्थिति:- शा. प्राथमिक विद्यालय ललितपुर कॉलोनी समय सुबह 11 बजे का। यहां की शिक्षक कुर्सियों पर आराम से पैर पसारे हुए बैठी थीं और स्कूल का काम निपटा रहीं थीं। वहीं यहां के प्राचार्य जगमोहन शर्मा अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इस विद्यालय में एक कक्षा खाली पड़ी हुई थी बाकी शेष कक्षाओं में बच्चे मस्ती कर रहे थे। यहां के बच्चों को मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्टÑपति तक का नाम नहीं पता था।
पद्मा विद्यालय में नहीं मिली सामान्य जानकारी सूची
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार सभी स्कूलों में सामान्य जानकारी की सूची चस्पा की जाती है या इस सूची को दीवार पर पेंट से लिखवाया जाता है। इस सूची में देश का, जिले का, प्रदेश का, देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आदि का नाम लिखा होता है लेकिन पदमा माध्यमिक विद्यालय में यह सूची गायब थी। जब इस सूची के बारे में वहां के हेडमास्टर से पूछा गया तो उनका जवाब था कि दीवार इस लायक नहीं है कि सूची को यहां पर लिखवाया जा सके। अगर कागज की सूची लगवाते हैं तो बच्चे फाड़ देते हैं।
‘यहां का प्लास्टर खराब है इसलिए सूची को लिखवा नहीं पा रहे हैं। आज शनिवार है इसलिए बच्चे कम आए हैं। ’
अमर सिंह यादव
हेडमास्टर, पदमा माध्यमिक विद्यालय
‘हम बच्चों को घर-घर से बुलाने जाते हैं और मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम भी सिखाते हैं मगर यह लोग भूल जाते हैं। ’
जगमोहन शर्मा
हेडमास्टर, ललितपुर कॉलोनी