मुरैना में त्रिकोणीय हुआ मुकाबला, बसपा ने रमेशचंद्र गर्ग को दिया लोकसभा चुनाव का टिकट

मुरैना में त्रिकोणीय हुआ मुकाबला, बसपा ने रमेशचंद्र गर्ग को दिया लोकसभा चुनाव का टिकट
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बसपा प्रदेश अध्यक्ष इंजी. रमाकांत पिप्पल ने सदस्यता प्रदान कर बनाया प्रत्याशी

मुरैना। मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र के लिये बहुजन समाज पार्टी द्वारा प्रत्याशी की तलाश दो माह बाद ही पूर्ण हो पाई। प्रदेश संगठन ने हाथी पर महारथी को सवार कराकर चुनावी जंग में धमाका कर दिया है। बसपा प्रत्याशी रमेशचन्द्र गर्ग द्वारा सर्व जातीय सद्भाव के साथ विकास की महत्वाकांक्षा को लेकर मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का कार्य किया जायेगा।

वर्षों से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय बसपा प्रत्याशी को तेज गति से कार्य करने के लिये पहचाना जाता है। इस चुनाव में उनकी गति निर्बाध रही तो कांग्रेस व भाजपा के लिये लोकसभा चुनाव की वैतरणी पार करने में अनेक बाधायें उत्पन्न होने की संभावनाऐं बन जायेंगी।

रमेशचन्द्र गर्ग को चुनावी मैदान में उतारा -

बहुजन समाज पार्टी ने अंचल के प्रसिद्ध व्यवसायी रमेशचन्द्र गर्ग को चुनावी मैदान में उतारकर हलचल पैदा कर दी है। अनेक राजनीतिक पंडितों के चुनावी गणित गड़बड़ा गये हैं। मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र से मजबूत प्रत्याशी की तलाश बहुजन समाज पार्टी द्वारा बीते दो माह से की जा रही थी। पार्टी द्वारा ब्राह्मण, वैश्य, कुशवाह व गुर्जर समाज के कई सशक्त राजनीतिज्ञों से सम्पर्क किया गया था, लेकिन सामांजस्य न बन पाने के कारण तलाश अधूरी ही बनी थी।

इंजी. रमाकांत पिप्पल ने सदस्यता दिलवाई

बसपा आलाकमान द्वारा इस तलाश को पूरी करते हुये विगत दिवस प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को मुरेैना भेजकर अंचल के प्रसिद्ध व्यवसायी रमेशचन्द्र गर्ग को प्रदेश अध्यक्ष इंजी. रमाकांत पिप्पल से सदस्यता दिलवाई गई। यहीं पर बसपा आलाकमान की इच्छानुसार प्रदेश अध्यक्ष ने रमेशचन्द्र गर्ग को मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया। मुरैना के तमाम राजनैतिक पंडितों का आंकलन है कि इस चुनाव को अभी तक आमने-सामने की भिड़ंत माना जा रहा था, लेकिन रमेशचन्द्र गर्ग के मैदान में आ जाने से अब त्रिकाणीय संघर्ष की संभावनाऐं प्रबल हो गईं हैं। इसके तहत भाजपा के पास जहां संगठन व सत्ता की ताकत है वहीं कांग्रेस पर चुनावी वैतरणी पार करने का तीन दशक से लगातार बड़ा अनुभव है। इन दोनों के विपरीत बसपा प्रत्याशी रमेशचन्द्र गर्ग द्वारा अपने समाज के निचले तबके से लेकर उच्च स्तर के परिवारों तथा अन्य समाज के राजनीतिज्ञों की हरसंभव मदद किये जाने पर लोगों की दुआऐं ताकत के रूप में बताईं जा रहीं हैं।

चुनाव को बसपा की झोली में लाने की रणनीति पर जोर

बसपा प्रत्याशी के प्रयासों से ही अन्य राजनैतिक दलों के कुछ छोटे-बड़े कार्यकर्ता नेता के रूप में स्थापित हो गये हैं। संभवत: इन व्यक्तियों द्वारा गाहे-बगाहे बसपा प्रत्याशी की बड़ी मदद किये जाने की संभावना बताई जा रही है। बसपा प्रत्याशी के आग्रह पर प्रदेश अध्यक्ष इंजी. रमाकांत पिप्पल ने सोमवार को पार्टी की कोर कमेटी के सक्रिय कार्यकर्ताओं की बैठक आहूत कर इस चुनाव को बसपा की झोली में लाने की रणनीति पर जोर दिया है।

असहमति होने पर परशुराम, मित्तल व राजौरिया ने नहीं की हाथी की सवारी

बसपा द्वारा विधानसभा चुनावों में मिले मतदाताओं के सहयोग से उत्साहित होकर लोकसभा चुनाव के लिये मजबूत प्रत्याशी की तलाश की जा रही थी। इसमें पूर्व विधायक परशुराम मुदगल एवं जौरा के वरिष्ठ नेता कैलाश मित्तल सहित मुरैना के रामप्रकाश राजौरिया से भी कई दौर की चर्चायें हुईं। इनमें से परशुराम मुदगल व कैलाश मित्तल भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। वहीं रामप्रकाश राजौरिया कांग्रेस के लिये कार्य कर रहे हैं। अपने-अपने राजनैतिक दलों में कार्य करते हुये इन्होंने बसपा के प्रस्ताव को उचित नहीं माना। मध्यस्थता कर रहे लोग इन तीनों में से किसी एक को चुनावी मैदान में उतारना चाहते थे, लेकिन सैद्धांतिक सहमति न हो पाने के कारण इन तीनों में प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं दी। परशुराम मुदगल बसपा से विधायक रह चुके हैं। वहीं रामप्रकाश राजौरिया मुरैना विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।

मुरैना में बहुजन समाज पार्टी दम-खम रखती है - प्रदेशाध्यक्ष पिप्पल

बसपा प्रदेश अध्यक्ष इंजी. रमाकांत पिप्पल ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये भाजपा, कांग्रेस एवं मीडिया के कुछ साथियों पर भी हमला बोलते हुये कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत के साथ काम किया, लेकिन सत्ता के दबाव में प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्र का अमला भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में कार्य कराने को लगा दिया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सत्ता के दबाव में लगभग मैदान छोड़ ही गये थे। इन परिस्थितियों का उल्लेख मीडिया के कुछ साथी करते तो परिणाम बसपा के पक्ष में होते। पिप्पल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम देखकर यह तय है कि जिले में बहुजन समाज पार्टी बहुत दम-खम रखती है। वर्तमान लोकसभा चुनाव को जीतने के लिये पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरी है। इसके लिये दमदार प्रत्याशी भी सबके सामने हैं। बसपा प्रत्याशी रमेशचन्द्र गर्ग के विषय में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाज सेवा व राजनीति के क्षेत्र में इन्होंने लोगों को दिया है, आज समय आ गया है कि वह लोग बसपा प्रत्याशी का सहयोग करें। वहीं रमेशचन्द्र गर्ग ने कहा कि आजादी से अभी तक मुरैना विकास से अछूता है, यही दर्द उन्हें सालता रहता है, इसके लिये वह चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने मीडिया के साथ-साथ सहयोगियों से चुनावी दौर में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करने हेतु अपील की है। इस अवसर पर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद चौधरी, जिलाध्यक्ष दीपेन्द्र बौद्ध, पूर्व विधायक बलवीर सिंह डण्डौतिया, पूर्व जिलाध्यक्षगण डा. विद्याराम कौशल, एड. भीमसेन पहाडिय़ा, रमेश सिंह कुशवाह तथा अमृतलाल टेैगोर, राकेश रुस्तम सिंह सहित बसपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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