मप्र की 12 लोकसभा सीटों पर घटा मतदान, सभी राजनीतिक दलों की बढ़ी चिंता
भोपाल। लोकसभा के लिए दो चरणों में हुए मतदान में 190 सीटों पर चुनाव संपन्न हो गया है। मप्र की कुल 29 में से 12 लोकसभा सीटों पर भी वोट डाले गए।राजनीतिक दलों और निर्वाचन आयोग के प्रयासों के बाद भी मतदान प्रतिशत 2019 के चुनाव के मुकाबले काफी कम रहा। अब भाजपा समेत सभी राजनीतिक दल मंथन में जुटे हुए है कि आखिर 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2024 में कम वोटिंग क्यों हुई?
भारतीय जनता पार्टी ने हर बूथ पर अपने कार्यकर्ताओं को मत प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिया था। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का निर्देश दिया था।साथ ही मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए बाकायदा पीले चावल दिए गए थे। इसके बावजूद प्रदेश में सभी सीटों पर मतदान प्रतिशत घट गया।
मतदान प्रतिशत अंतर -
आंकड़ों की बात करें तो पहले चरण की 6 लोकसभा सीटों बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर,मंडला, सीधी, शहडोल पर 2019 की तुलना में औसत 7.5% कम मतदान हुआ है। वहीँ दूसरे चरण की 6 लोकसभा सीटों दमोह, खजुराहो, होशंगाबाद, रीवा, सतना, टीकमगढ़ में भी मतदान प्रतिशत घट गया है।
सीट | 2019 | 2024 | वोट प्रतिशत अंतर |
बालाघाट | 79.8 | 73.45 | -6.35 |
छिंदवाड़ा | 85.7 | 79.83 | -5.87 |
जबलपुर | 71.7 | 61 | -10.7 |
मंडला | 81.5 | 72.84 | -8.66 |
सीधी | 70.7 | 56.5 | -14.2 |
शहडोल | 77.3 | 64.68 | -12.62 |
दमोह | 67.4 | 53.66 | -13.74 |
होशंगाबाद | 77.8 | 63.44 | -14.36 |
खजुराहो | 70.4 | 52.91 | -17.49 |
रीवा | 62.4 | 45.02 | -17.38 |
सतना | 72.8 | 57.18 | -15.62 |
टीकमगढ़ | 64.5 | 57.19 | 7.31 |